बन चुका जो आसमां का सितारा रहता हमसे दूर उसकी इच्छा की खातिर मुझे होना है मशहूर
तुम्हारा वजूद क्या है? तुम्हारा नाम क्या है? तुम्हारा वजूद क्या है? तुम्हारा नाम क्या है?
और बिन जी हुयी ज़िन्दगी को, तार-तार कर दें। और बिन जी हुयी ज़िन्दगी को, तार-तार कर दें।
जिस दिन थकेगी रूह तानों से, उस पल सफर तमाम है। जिस दिन थकेगी रूह तानों से, उस पल सफर तमाम है।
किस जगह और किन हालातों में पड़े पीना ज़हर। किस जगह और किन हालातों में पड़े पीना ज़हर।
सफर पर निकले, हमसफ़र बनकर, धूप मेरी हो, छाँव तेरी हो। सफर पर निकले, हमसफ़र बनकर, धूप मेरी हो, छाँव तेरी हो।
कभी ये करती पुलकित सबको, कभी आक्रोश दिखाती है। दर्द दबा जो मेरे भीतर, उसे जगा कर जाती है। कभी ये करती पुलकित सबको, कभी आक्रोश दिखाती है। दर्द दबा जो मेरे भीतर, उ...