I'm कीर्ति and I love to read StoryMirror contents.
तुम भी तो कुछ विरवे रोपो अपने मन के आँगन। तुम भी तो कुछ विरवे रोपो अपने मन के आँगन।
हाथों में थामे हाथ मुझे ले चला कहाँ हाथों में थामे हाथ। हाथों में थामे हाथ मुझे ले चला कहाँ हाथों में थामे हाथ।
बेबसी लाचारी और एकाकीपन कांपे है बूढ़ा तन और आँखें हैं नम। बेबसी लाचारी और एकाकीपन कांपे है बूढ़ा तन और आँखें हैं नम।
भरने पेट का कुआँ ठंडे चूल्हे का धुआँ, भरने पेट का कुआँ ठंडे चूल्हे का धुआँ,
जाने क्या सम्मोहन है तुझमे? मैं खिंची डोर सी आती हूँ। जाने क्या सम्मोहन है तुझमे? मैं खिंची डोर सी आती हूँ।
देख पिया धक धक धड़के क्या ऐसा ही होता है दिल ही तो है। देख पिया धक धक धड़के क्या ऐसा ही होता है दिल ही तो है।
गृहलक्ष्मी बन पदार्पण करती हैं ससुराल में! गृहलक्ष्मी बन पदार्पण करती हैं ससुराल में!
वो दिल से लगा बैठे ख़्वावों ख्यालों में अपना बना बैठे। वो दिल से लगा बैठे ख़्वावों ख्यालों में अपना बना बैठे।
याद तिहारी आये, धरती पर छाई हरयाली याद तिहारी आये, धरती पर छाई हरयाली
तब तू ने ही मंत्र बतलाया डर से लड़ना सिखलाया। तब तू ने ही मंत्र बतलाया डर से लड़ना सिखलाया।