Manish kumar is a natural writer.
खून को बनाकर अपने, लाल स्याही, दर्द की कलम से लिखता हूँ। खून को बनाकर अपने, लाल स्याही, दर्द की कलम से लिखता हूँ।
हिस्ट्री-ज्योगरफी बड़ी बेवफा, रात को पढ़ी, सुबह को सफा । हिस्ट्री-ज्योगरफी बड़ी बेवफा, रात को पढ़ी, सुबह को सफा ।
प्यार का नशा, मेरे अंग-अंग में, इस कदर नज़र आ रहा है, मेरा, हर कदम, शराबियों की तरह, लड़ प्यार का नशा, मेरे अंग-अंग में, इस कदर नज़र आ रहा है, मेरा, हर कदम, शराबियों क...
मगर हमें कुछ नज़र न आता, पार्टी की चकाचौंध में, सब छुप जाता। मगर हमें कुछ नज़र न आता, पार्टी की चकाचौंध में, सब छुप जाता।
भारत मेरा, देश महान, भारत मेरा, देश महान । कहते हैं इसे हिन्दुस्तान ।। दुश्मनों ने, भारत मेरा, देश महान, भारत मेरा, देश महान । कहते हैं इसे हिन्दुस्तान ।। ...
बच्चों को भी हम अपने ऐसे ही पालेगी, बच्चों को भी हम अपने ऐसे ही पालेगी,
फिर भी ना भरा तेरे लालच का प्याला। वाह रे इनसान फिर भी ना भरा तेरे लालच का प्याला। वाह रे इनसान
यादों ने आज हमारी मेरे महबूब को को खूब रुलाया होगा,, ना जाने कैसे-कैसे उसने खुद को समझ यादों ने आज हमारी मेरे महबूब को को खूब रुलाया होगा,, ना जाने कैसे-कैसे उसने ख...