I'm Neelam and I love to read StoryMirror contents.
वो खुद ब खुद माथे और हाथो में ठहर गई। वो खुद ब खुद माथे और हाथो में ठहर गई।
यकीन करो, याद तीखी मिर्ची सी होती है। यकीन करो, याद तीखी मिर्ची सी होती है।
कई गुना वक़्त चुकाने पर भी नहीँ देती। कई गुना वक़्त चुकाने पर भी नहीँ देती।
अंगो का न होना कोई विकलांगता नहीं। अंगो का न होना कोई विकलांगता नहीं।
उसने दो वक़्त की रोटी में अपनी छाती साहूकार के पास रख दी उसने दो वक़्त की रोटी में अपनी छाती साहूकार के पास रख दी
नापसंद की कुछ कहानियाँ है नापसंद फिर भी कहानियाँ ठहरी रहेंगी। नापसंद की कुछ कहानियाँ है नापसंद फिर भी कहानियाँ ठहरी रहेंगी।
ना जाने क्यो लोग चाँद को देख प्यार की बात करते हैं पर हक़ीक़त ये है की एक दुसरे की ना जाने क्यो लोग चाँद को देख प्यार की बात करते हैं पर हक़ीक़त ये है की ...
अकेले ही करनी पड़ेगी, हमको ये लड़ाई। हाथ धोना ही इस डर का जवाब। अकेले ही करनी पड़ेगी, हमको ये लड़ाई। हाथ धोना ही इस डर का जवाब।
उसने जमीन में मन्नतो के बीज बोये , दुआ की "वो लौट आए" मन्दिर में देवता को मनाया। उसने जमीन में मन्नतो के बीज बोये , दुआ की "वो लौट आए" मन्दिर में देवता को ...
चलती फिरती सड़कें उसके लिए न रुके पर क्या सड़कें उसकी खामोशी का शोर सुन पाएँगी चलती फिरती सड़कें उसके लिए न रुके पर क्या सड़कें उसकी खामोशी का शोर सुन पाएँ...