Undergraduate Student IIT HYDERABAD
पर अरसों से वो शाम धरे है, इसलिए कबाड़ में पड़े हैं ! पर अरसों से वो शाम धरे है, इसलिए कबाड़ में पड़े हैं !
करूं मिन्नत, दुआ और फरियाद, रब अगले जन्म जने न मुझे नारी ! करूं मिन्नत, दुआ और फरियाद, रब अगले जन्म जने न मुझे नारी !
कोई पराया हुआ अपना, कई अपने हुए पराये बने तो वो सात जन्मों के रिश्ते, कोई पराया हुआ अपना, कई अपने हुए पराये बने तो वो सात जन्मों के रिश्ते,
तेरे गाँव को जाती सड़क है न वहीं कहीं वो आखिरी मुलाकात होगी। तेरे गाँव को जाती सड़क है न वहीं कहीं वो आखिरी मुलाकात होगी।
बेहतर बनूं चांदनी, ठंडक दूं, जो धूप में है तपा। बेहतर बनूं चांदनी, ठंडक दूं, जो धूप में है तपा।
लड़, गिर, उठ, फिर लड़, संघर्ष ही तो जीवन का सार है, लड़, गिर, उठ, फिर लड़, संघर्ष ही तो जीवन का सार है,
डाला गगरी दरिया में, बस उसी का हो चला, बह चला, डाला गगरी दरिया में, बस उसी का हो चला, बह चला,