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वो पहली मुलाकात, वो बात, उस नायाब लम्हे की ज़ुस्तज़ू आज भी है। वो पहली मुलाकात, वो बात, उस नायाब लम्हे की ज़ुस्तज़ू आज भी है।
प्रीत को सहारा मिला वो समंदर बन गया। धैर्य को बोझ मिला वो पत्थर बन गया। कर्म को उपदेश मिला वो... प्रीत को सहारा मिला वो समंदर बन गया। धैर्य को बोझ मिला वो पत्थर बन गया। कर्म...
पुरातनी संस्कृति को, मुट्ठी भर लुटेरों ने जाना, जब, उनकी मूढ़ता को हमने भी तब पहचाना. पुरातनी संस्कृति को, मुट्ठी भर लुटेरों ने जाना, जब, उनकी मूढ़ता को हमने भी तब...
हरियाली भरी रिमझिम,झर-झर सावन रुत आई। हरियाली भरी रिमझिम,झर-झर सावन रुत आई।
मुद्दतों पहले मिले थे रीति की लगाई नींव थे. मुद्दतों पहले मिले थे रीति की लगाई नींव थे.
रोज रोज जीने के लिए , जिन्दगी पे जिल्द न लगाया करो. रोज रोज जीने के लिए , जिन्दगी पे जिल्द न लगाया करो.
पीपल के छाँव, पोख़र के ठाँव,मेरे गाँव को कहना। पीपल के छाँव, पोख़र के ठाँव,मेरे गाँव को कहना।
रोज एक नया दिन था... शाम ढले तो दिन पुराना था.... रोज एक नया दिन था... शाम ढले तो दिन पुराना था....
हर अधूरी ख्वाहिश के बदले जहानी बन गई। हर अधूरी ख्वाहिश के बदले जहानी बन गई।
ताल तलैया, नहर, सागर को अपने भेजे शगुन की आस ताल तलैया, नहर, सागर को अपने भेजे शगुन की आस