painting & writing
यूं ही चलते रहना नाम-ए-ज़िंदगी है 'नील, कुछ नहीं मिलता हस्ती मिटा लेने से। यूं ही चलते रहना नाम-ए-ज़िंदगी है 'नील, कुछ नहीं मिलता हस्ती मिटा लेने से।
दिल फिर उसको ही चाहे, तो क्या करें। दिल फिर उसको ही चाहे, तो क्या करें।
महबूब की बांहों को लिखता हूं आराम, मां का रोना छूट जाता है, महबूब की बांहों को लिखता हूं आराम, मां का रोना छूट जाता है,
आंखों से हो जाता है, सब बयां, लफ्जों से कोई बात नहीं होती। आंखों से हो जाता है, सब बयां, लफ्जों से कोई बात नहीं होती।
पास आए तो बोसा दूं उसे, हुस्न उसका जैसे कुरान है। पास आए तो बोसा दूं उसे, हुस्न उसका जैसे कुरान है।
गर पूछे मुझ से कोई मेरे बारे, कर हथेली आगे उस पे तेरा नाम लिखूं। गर पूछे मुझ से कोई मेरे बारे, कर हथेली आगे उस पे तेरा नाम लिखूं।
जो कभी मेरे थे अब किसी और के फ़साने हो रहे होंगे जो कभी मेरे थे अब किसी और के फ़साने हो रहे होंगे