गलती
गलती
गलती- लघुकथा
"आ!!!" जोर से चीखते हुए। "मैडम प्लीज! मेरी शिकायत मत करना।" इससे पहले की सुनीता गिरती हुई स्कूटी और खुद को संभाल पाती, हड़बड़ाहट में गलत यूटर्न लेता, बाइक चालक गिरी हुई गाड़ी के सामने से कब रफूचक्कर हो गया पता ही न चला। सुनीता यह सब समझ पाती कि तभी ट्रैफिक पुलिस की आवाज उसके कानों में पड़ी। मुश्किल से खुद को संभालकर, सामने देखा तो एक ट्रैफिक पुलिस मदद के लिए उसकी ओर आ रही थी और दूसरी उस चालक का धरदबोचकर उसकी गलती की रसीदें काट रही थी। एक सुनीता को नुकसान पहुंचाने की और दूसरी हेलमेट न पहनने की।
इधर सुनीता सोच रही थी-"आज हेलमेट ने मुझे दो बार बचा लिया। "
