हँसते रहो
हँसते रहो
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हंसते रहो
हंसते रहो तुम
हंसते रहे हम
यूं ही कटे जिंदगी
ना हो कुछ भी गम
कोई भी हो जीव
हंसना सब को चाहिये
जिंदगी का सब बोझ
बस पीछे छोड़ना चाहिये
हंसना चेहरे को निखारता
उम्र को है और ज्यादा बढाता
जिंदगी जिंदादली का है नाम
मुर्दा दिल खाक जीते यह कहता
देखकर हंसी चेहरे पर फिर
जानवर भी देखता रहता है
शत्रु हो या कोई गैर कहीं पर
बस वो अपना ही हो जाता है