महाशिवरात्रि पर्व विशेष
महाशिवरात्रि पर्व विशेष
देवाधिदेव हे! महादेव,
हे! दाता हे ! त्रिपुरारी,
नाथ कृपालु शिवशंभु,
हे जग के पालनहारी।।
हे उमानाथ हे महाकाल,
हे जगत्पति भोलेशंकर,
महारूद्र जग बोल रहा
जै जै जै जै शिवशंकर।।
तुम नीलकंठ हे विश्वेश्वर,
तुम सर्वेश्वर शिव ऊॅंकारा,
ओंकारेश्वर तुम परमेश्वर,
शिवजटा संभालें गंगधारा।।
हे ! महादेव संकटहर्ता
कालविनाशक विषधारी,
नाथ अनाथ के देव शिवं,
तेरे दर्शन मंगलकारी।।
डिम डिम जब डमरू बाजे,
ले हाथ त्रिशूल शंकर नाचे,
नाचें त्रिभुवन के देव सभी,
त्रिपुरारी संग सब जग नाचे।।
हे! बाघाम्बर हे !सोमेश्वर
हे ! नन्दीश्वर हर कष्ट मेरे,
रिपुंजय प्रभु त्रयंबकम्
नाश करो सब त्रास मेरे।।
हे! वैद्यनाथ हे! अमरनाथ,
तन मन में भरे विकार हरो,
हे! विश्वनाथ कैलाशपति,
जीवन में दिव्य प्रकाश भरो।।
चन्द्रमा विराजे शीश प्रभु ,
हे!चन्द्रमौलि अब पीर हरो,
नागाननाय शिव दुग्धेश्वर,
तम की ज्वाला शान्त करो।।
हे! अभयंकर भीमाशंकर,
हे ! घूमेश्वर हर-हर बम-बम,
हे समाधिस्थ देवाधिदेव,
नाम जपे हर-हर बम-बम।।
हूॅं अज्ञानी तेरे शरण पड़ा,
हूॅं दास प्रभो दर्शन दीजै,
द्वारे तेरे एक अनाथ खड़ा,
हे नाथ सनाथ मोहे कीजै।।
वन्दन करता प्रभु शिवं शिवं,
प्रार्थना मेरी स्वीकार करो,
मैं एक अकिंचन हूॅं याचक,
हे ! परमपिता भव पार करो।।
