इसलिए सदाबहार की पीठ ठोककर मैं अपने काम में लग गया। इसलिए सदाबहार की पीठ ठोककर मैं अपने काम में लग गया।
जो वह युद्ध में उनकी मदद करने के योग्य थे जो वह युद्ध में उनकी मदद करने के योग्य थे
भारती बचपन से ही माँ-पिताजी को दान के लिए दशांश निकालते हुए देखती आ रही थी। भारती बचपन से ही माँ-पिताजी को दान के लिए दशांश निकालते हुए देखती आ रही थी।
मैं सुनील और उसकी गृहस्थी के बीच दरार का कारण नहीं बनना चाह रही थी। मैं सुनील और उसकी गृहस्थी के बीच दरार का कारण नहीं बनना चाह रही थी।
एक हजार अशर्फियों का दान कोई कम थोड़े ही था। एक हजार अशर्फियों का दान कोई कम थोड़े ही था।