परंतु अपने स्वार्थ के चलते उसने ये सुख हमेशा के लिए खो दिया। परंतु अपने स्वार्थ के चलते उसने ये सुख हमेशा के लिए खो दिया।
महेश कहते, “किसी के काम आना भली बात है, दूसरे से आशा नहीं करनी चाहिए| महेश कहते, “किसी के काम आना भली बात है, दूसरे से आशा नहीं करनी चाहिए|
कोठे पर तो कई लड़कियाँ आईं पर तुम्हें देखकर मुझे पहली बार माँ बनने का शौक जगा था ! कोठे पर तो कई लड़कियाँ आईं पर तुम्हें देखकर मुझे पहली बार माँ बनने का शौक जगा था ...
आजके ,ज़माने में शहर में ही नहीं अपितु गाँव में भी दुर्लभ हो गए है। आजके ,ज़माने में शहर में ही नहीं अपितु गाँव में भी दुर्लभ हो गए है।
मैं कितना स्वार्थी हो गया था...एक छोटे से गजरे के लिए मैंने तुम्हारा कितना दिल दुखाया था मैं कितना स्वार्थी हो गया था...एक छोटे से गजरे के लिए मैंने तुम्हारा कितना दिल द...
अचानक मनोहर लाल जी को महसूस होने लगा मानो उनके चारों तरफ शोर बहुत बढ़ गया है। अचानक मनोहर लाल जी को महसूस होने लगा मानो उनके चारों तरफ शोर बहुत बढ़ गया है।