सबकी आंखों का पानी मर चुका था। सबकी आंखों का पानी मर चुका था।
" बेटियां दो कुल का उद्धार करती हैं। " " बेटियां दो कुल का उद्धार करती हैं। "
उसके समक्ष बस एक सवाल था... "क्या यही प्यार है " ! उसके समक्ष बस एक सवाल था... "क्या यही प्यार है " !
तुम उनका मान सम्मान करोगी, तो वो भी तुम्हें प्यार अवश्य देगें। तुम उनका मान सम्मान करोगी, तो वो भी तुम्हें प्यार अवश्य देगें।
स्वीटी ने भी कसकर उसका हाथ पकड़ लिया अपना सिर निलेश के मजबूत कंधों पर टिका दिया। स्वीटी ने भी कसकर उसका हाथ पकड़ लिया अपना सिर निलेश के मजबूत कंधों पर टिका दिया।
तुझे मेरी कोई मदद करने की ज़रूरत नहीं और न ही अब तेरी कोई मदद लेनी है मुझे। तुझे मेरी कोई मदद करने की ज़रूरत नहीं और न ही अब तेरी कोई मदद लेनी है मुझे।