सभी सुखो में सर्वोपरी है सुख मातृत्व का। अधूरी है औरत, अधूरी है ममता बिना संतान के। सभी सुखो में सर्वोपरी है सुख मातृत्व का। अधूरी है औरत, अधूरी है ममता बिना संतान ...
मन में अजीब सी कशमकश चल रही थी। अपने कैरियर के लिए जहां वह बच्चे का बलिदान देना चाहती थी मन में अजीब सी कशमकश चल रही थी। अपने कैरियर के लिए जहां वह बच्चे का बलिदान देना ...
'अपनेपन ' का सबूत उसने दे दिया है। 'अपनेपन ' का सबूत उसने दे दिया है।
उन्हीं दिनों उनके वयोवृद्ध पिताजी भी उनका साथ छोड़कर चले गये उन्हीं दिनों उनके वयोवृद्ध पिताजी भी उनका साथ छोड़कर चले गये