उसके मुँह से निकला वो अनमोल शब्द, "माँ" काफ़ी था विदुषी के लिए। उसके मुँह से निकला वो अनमोल शब्द, "माँ" काफ़ी था विदुषी के लिए।
माला को जो चाहिये ,तुषार तुरंत हाजिर कर देता। गौरी को लगता कही तुषार को खो ना दे वो माला को जो चाहिये ,तुषार तुरंत हाजिर कर देता। गौरी को लगता कही तुषार को खो ना दे...
एक अद्भुत सा सुकून महसूस हुआ उसके मातृत्व को। एक अद्भुत सा सुकून महसूस हुआ उसके मातृत्व को।
सभी सुखो में सर्वोपरी है सुख मातृत्व का। अधूरी है औरत, अधूरी है ममता बिना संतान के। सभी सुखो में सर्वोपरी है सुख मातृत्व का। अधूरी है औरत, अधूरी है ममता बिना संतान ...
वो कुतिया उन पिल्लों के बगल में लेट गयी और वो चारों पिल्ले उसका दूध पीने लगे वो कुतिया उन पिल्लों के बगल में लेट गयी और वो चारों पिल्ले उसका दूध पीने लगे
इसी दौरान उसे एहसास हुआ कि उसे किसी समय लिखने में भी रूचि थी ! इसी दौरान उसे एहसास हुआ कि उसे किसी समय लिखने में भी रूचि थी !