जब जागे तभी सवेरा देर आए दुरुस्त आए। जब जागे तभी सवेरा देर आए दुरुस्त आए।
एक ही बात, हाय कितनी निर्दयी माँ होगी जो उसे इस तरह से छोड़ गई एक ही बात, हाय कितनी निर्दयी माँ होगी जो उसे इस तरह से छोड़ गई
जब जागो तब सवेरा। तो क्यों नहीं आज से ही शुरू करें ? जब जागो तब सवेरा। तो क्यों नहीं आज से ही शुरू करें ?
किसी ने मेरे नाम से प्रेम पत्र उसके घर पहुँचा दिया। किसी ने मेरे नाम से प्रेम पत्र उसके घर पहुँचा दिया।
आयेगा फिर वो सवेरा, संकट सारे हो जाए दूर, ख्वाहिशें दिल की मिटे नहीं रहेगा फिर गरूर। आयेगा फिर वो सवेरा, संकट सारे हो जाए दूर, ख्वाहिशें दिल की मिटे नहीं रह...
लेखक : इवान बूनिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : इवान बूनिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास