यदि कानून बनाने से भी जनसँख्या नियंत्रण नहीं हुआ तो कानून बनाने का क्या औचित्य रह जाएगा यदि कानून बनाने से भी जनसँख्या नियंत्रण नहीं हुआ तो कानून बनाने का क्या औचित्य र...
! कुछ इन मूक पशुओं से भी सीखो । अब तो ज॔गल का स॔विधान ही ले आओ । ! कुछ इन मूक पशुओं से भी सीखो । अब तो ज॔गल का स॔विधान ही ले आओ ।
लेखक : इवान बूनिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : इवान बूनिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
मुझे आज़ाद ज़मीं के पन्नों को पढ़ना है मुझे भी दीदार-ए-संविधान करना है. मुझे आज़ाद ज़मीं के पन्नों को पढ़ना है मुझे भी दीदार-ए-संविधान करना है.
सबसे महान ग्रंथ है , हमारा संविधान समता न्याय स्वतंत्रता,इसकी है पहचान। सबसे महान ग्रंथ है , हमारा संविधान समता न्याय स्वतंत्रता,इसकी है पहचान।
बाबा साहब की उंगली का इशारा हम समझ ही नहीं पाए बाबा साहब की उंगली का इशारा हम समझ ही नहीं पाए