जहां 27 मार्च 2021 शनिवार को तड़के तीन बजे उन्होंने अंतिम सांस ली थी। जहां 27 मार्च 2021 शनिवार को तड़के तीन बजे उन्होंने अंतिम सांस ली थी।
मगर शमीम भाई, उनके पापा की छत्रछाया उन पर नहीं रह गई हैं। मगर शमीम भाई, उनके पापा की छत्रछाया उन पर नहीं रह गई हैं।
अन्तर होता है अपने दुःख साझा कर लेना और सामने वाले के दुःख को समझ लेना.. । अन्तर होता है अपने दुःख साझा कर लेना और सामने वाले के दुःख को समझ लेना.. ।
जनरल श्री विपिन रावत और अन्य 11 सैनिकों के लिये वह हैलीकॉप्टर मौत बनकर साथ उड़ा था जनरल श्री विपिन रावत और अन्य 11 सैनिकों के लिये वह हैलीकॉप्टर मौत बनकर साथ उड़ा थ...
हाथी को एक ऊँचे स्थान पर रख दिया और उससे कहा कि वह अपना मुँह बंद कर दे। फिर उसने सभी लोगों के लिए अप... हाथी को एक ऊँचे स्थान पर रख दिया और उससे कहा कि वह अपना मुँह बंद कर दे। फिर उसने...
दोनों हाथों में भर कर यादों के श्रद्धा सुमन अर्पित कर यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। दोनों हाथों में भर कर यादों के श्रद्धा सुमन अर्पित कर यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी...