शरद जोशी की पावन स्मृति को शत-शत नमन और मेरी श्रद्धांजलि। शरद जोशी की पावन स्मृति को शत-शत नमन और मेरी श्रद्धांजलि।
अब कुछ भी होता रहे उसके लिए तो व्यर्थ ही है। अब कुछ भी होता रहे उसके लिए तो व्यर्थ ही है।
जिन्दगी में जीत के साथ साथ हार का महत्व ज्यादा होता हैं जिन्दगी में जीत के साथ साथ हार का महत्व ज्यादा होता हैं
नहीं, मैं यहां कुछ नहीं खाऊंगा ।मेरे पास बहुत पैसा है। मैं बाहर से ही खा लूंगा।" नहीं, मैं यहां कुछ नहीं खाऊंगा ।मेरे पास बहुत पैसा है। मैं बाहर से ही खा लूंगा।"
दोस्तों के बीच में वह युगल यायावर के नाम से जाना जाता है। दोस्तों के बीच में वह युगल यायावर के नाम से जाना जाता है।
तीनों एकसाथ बोले,नही मित्र कुछ दिन तो तू यही हमारे साथ ही रुक जा फिर चला जाना। तीनों एकसाथ बोले,नही मित्र कुछ दिन तो तू यही हमारे साथ ही रुक जा फिर चला जाना।