"फिर दो दो बिटियाँ जन कर रख दीं बहुरिया ने पहले से ही तीन थीं। अब वंश न बड़ेगो आगे लागत है। "उन्होंने... "फिर दो दो बिटियाँ जन कर रख दीं बहुरिया ने पहले से ही तीन थीं। अब वंश न बड़ेगो आग...
और देखिये, जो सपना देखा था, वह हकीक़त में तब्दील हो गया और देखिये, जो सपना देखा था, वह हकीक़त में तब्दील हो गया
सके एक ओर सामाजिक बंधन था तो दूसरी ओर उसकी भट्ठी से सौ फीट ऊपर खिचड़ी पकाता सके एक ओर सामाजिक बंधन था तो दूसरी ओर उसकी भट्ठी से सौ फीट ऊपर खिचड़ी पकाता
अनुवाद : आ. चारुमति रामदास अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
लेकिन अगर एक लड़की को पड़ने की क्षमता आगई तो पूरी वंश का उद्धार कर सकती है। लेकिन अगर एक लड़की को पड़ने की क्षमता आगई तो पूरी वंश का उद्धार कर सकती है।
कहते हैं न आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है । कहते हैं न आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है ।