आप आज जिन बातों को अपनी बेटी के घर में सही मान रही हैं, उन्हीं बातों को अपने घर में गलत ठहरा रही हैं... आप आज जिन बातों को अपनी बेटी के घर में सही मान रही हैं, उन्हीं बातों को अपने घर ...
वह सब कुछ खाओ, जो हमारी नानी दादी बनाती थीं। टेंशन मत लो, माँ को कुछ नहीं होगा वह सब कुछ खाओ, जो हमारी नानी दादी बनाती थीं। टेंशन मत लो, माँ को कुछ नहीं होगा
सासूमां ने शर्म से कहा "बहू हमारे यहाँ बेटा ही होगा देखना तुम।" सासूमां ने शर्म से कहा "बहू हमारे यहाँ बेटा ही होगा देखना तुम।"
कहते हुए सास अस्पताल जाने की तैयारी करने लगी। कहते हुए सास अस्पताल जाने की तैयारी करने लगी।
आज भी बहुत से घरों में महिलाओं को घूँघट से आजादी नहीं मिल पाई है। आज भी बहुत से घरों में महिलाओं को घूँघट से आजादी नहीं मिल पाई है।
ही है बल्कि बहू के रूप में एक बेटी, एक दोस्त भी मिल जाती। ही है बल्कि बहू के रूप में एक बेटी, एक दोस्त भी मिल जाती।