आने वाली पीढ़ियाँ शायद चौदह फरवरी को अब इस बड़ी क़ुरबानी केलिए याद रखे।“ आने वाली पीढ़ियाँ शायद चौदह फरवरी को अब इस बड़ी क़ुरबानी केलिए याद रखे।“
और दर्शक कह उठते हैं कि ये काम तो इसी के बस का था, "ही ओर शी डिड द रोल ही/शी वाज़ बॉर् और दर्शक कह उठते हैं कि ये काम तो इसी के बस का था, "ही ओर शी डिड द रोल ही/शी वाज...
क्या रोहन हर वक्त मैं ही बक बक करती रहती हूं तुम तो कुछ नहीं बोलते। क्या रोहन हर वक्त मैं ही बक बक करती रहती हूं तुम तो कुछ नहीं बोलते।
एक बार सोचा, आज तो आर या पार, रोज ये प्रेमपत्र लेकर नहीं घूम सकते एक बार सोचा, आज तो आर या पार, रोज ये प्रेमपत्र लेकर नहीं घूम सकते