लेकिन फिर भी हम छोटी छोटी समस्याओं से चिंतित होते रहते है। लेकिन फिर भी हम छोटी छोटी समस्याओं से चिंतित होते रहते है।
एक पिता के नाम एक बेटी का पत्र जो कभी पोस्ट न हो सका एक पिता के नाम एक बेटी का पत्र जो कभी पोस्ट न हो सका
अब जब न पैसों की फ़िक्र और ना दुरियां फिर ये कैसी मजबूरियां ....। अब जब न पैसों की फ़िक्र और ना दुरियां फिर ये कैसी मजबूरियां ....।
मम्मी जी ने तुरंत चैनल बदल दिया है।उनका मानना है कि नकारात्मक बातें और नाम न सुनते हैं मम्मी जी ने तुरंत चैनल बदल दिया है।उनका मानना है कि नकारात्मक बातें और नाम न सुन...
मुझे उसकी कही हुई बातें याद आने लगी, कि यह लोग दोस्त नहीं धोखेबाज है मुझे उसकी कही हुई बातें याद आने लगी, कि यह लोग दोस्त नहीं धोखेबाज है