ये फिर परेशान करे तो बताना !" वो फिर मुस्कुरा दी। ये फिर परेशान करे तो बताना !" वो फिर मुस्कुरा दी।
अगर ऐसा काम वह पकड़ भी ले तो भी उसे ज्यादा दिन ढो नहीं सकते। अगर ऐसा काम वह पकड़ भी ले तो भी उसे ज्यादा दिन ढो नहीं सकते।
अब उसके पास सिवाय पछ्तावा करने के और कुछ नहीं था जो वक्त चला गया अब वो वापिस नहीं आ सकत अब उसके पास सिवाय पछ्तावा करने के और कुछ नहीं था जो वक्त चला गया अब वो वापिस नही...
लेखक : व्लादीमिर दाल् अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : व्लादीमिर दाल् अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
शहजादी रोशन आरा ने फिर जीवन भर विवाह नहीं किया और जब तक जीवित रही उसने महलसरा से बाहर प शहजादी रोशन आरा ने फिर जीवन भर विवाह नहीं किया और जब तक जीवित रही उसने महलसरा से...
वो मुझसे मोक्ष चाहती हैं या मुझे मोक्ष देने के लिये अपने पास बुला रही हैं। वो मुझसे मोक्ष चाहती हैं या मुझे मोक्ष देने के लिये अपने पास बुला रही हैं।