जब मैं पार्क में 9 साल की थी, तब मैंने यह तस्वीर खो दी थी। जब मैं पार्क में 9 साल की थी, तब मैंने यह तस्वीर खो दी थी।
राहुल तो जैसे बेटा बन गया उसका। प्रिया की मम्मी को तो जैसे बेटा ही मिल गया हौ। राहुल तो जैसे बेटा बन गया उसका। प्रिया की मम्मी को तो जैसे बेटा ही मिल गया हौ।
वह सही समय पर इस दलदल से निकल आया नहीं तो उसकी जिंदगी बर्बाद हो सकती थी। वह सही समय पर इस दलदल से निकल आया नहीं तो उसकी जिंदगी बर्बाद हो सकती थी।
अब उसके पास सिवाय पछ्तावा करने के और कुछ नहीं था जो वक्त चला गया अब वो वापिस नहीं आ सकत अब उसके पास सिवाय पछ्तावा करने के और कुछ नहीं था जो वक्त चला गया अब वो वापिस नही...
“काली चिड़िया” लड़का इसका जवाब उस लकड़ी कि काली चिड़िया में ढूढ़ता है ...लेकिन कही खिलोने जवाब देतें है क... “काली चिड़िया” लड़का इसका जवाब उस लकड़ी कि काली चिड़िया में ढूढ़ता है ...लेकिन कही खि...
बन्धनों का अपना ही एक मोह है। इनमें अनगिनत कष्ट है। लेकिन इन कष्टों में ही हमारा सुख है। वह अपने दि... बन्धनों का अपना ही एक मोह है। इनमें अनगिनत कष्ट है। लेकिन इन कष्टों में ही हमारा...