प्राचार्य महोदय को छुट्टी से लौटे आज ३ साल हो चुके हैं और आज भी वाल्व बंद है ! प्राचार्य महोदय को छुट्टी से लौटे आज ३ साल हो चुके हैं और आज भी वाल्व बंद है !
और वो भी मन्दिर के परिसर से होता हुआ सीधे पीछे वाले मैदान में। और वो भी मन्दिर के परिसर से होता हुआ सीधे पीछे वाले मैदान में।
परिसर में ' वंदे मातरम् ' का उद्घोष जारी था। परिसर में ' वंदे मातरम् ' का उद्घोष जारी था।
पहली बार उसे कहा गया कि तुम्हारी मम्मी की तबीयत बिगड़ी है, चिंता मत करना। पहली बार उसे कहा गया कि तुम्हारी मम्मी की तबीयत बिगड़ी है, चिंता मत करना।
एक साधु की लापरवाही के कारण आश्रम मंदिर के प्राचीन घंटे (बजने वाले यंत्र) चोरी हो गये एक साधु की लापरवाही के कारण आश्रम मंदिर के प्राचीन घंटे (बजने वाले यंत्र) चोरी ह...
मैं यह विचारने लगी कि रक्षक यदि भक्षक बन जाए तो त्याग और बलिदान से मिले हमारे स्वतंत्र मैं यह विचारने लगी कि रक्षक यदि भक्षक बन जाए तो त्याग और बलिदान से मिले हमारे स्...