आज अपने हृदय के टुकड़ें को मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित करने का भावुक सैलाब ही था जो आंखों से उम... आज अपने हृदय के टुकड़ें को मातृभूमि की रक्षा के लिए समर्पित करने का भावुक सैलाब ...
। शायद धर्म इंसानियत से देशभक्ति से भी बड़ा होता है। । शायद धर्म इंसानियत से देशभक्ति से भी बड़ा होता है।
अमन ने अपनी मन की बात कशिश को कही पर कशिश ने कहा की प्यार की राह पर चाह कर भी मैं तुम्हारे साथ नहीं ... अमन ने अपनी मन की बात कशिश को कही पर कशिश ने कहा की प्यार की राह पर चाह कर भी मै...
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास। लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास।
कुछ दिनों बाद बाजार के बीचोंबीच अमन की मूर्ति बनाया गया और 'अमर जवान ' उसके मूर्ति के ठ कुछ दिनों बाद बाजार के बीचोंबीच अमन की मूर्ति बनाया गया और 'अमर जवान ' उसके मूर्...
अब नए सफ़र पर निकल पड़ा मैं, बहते-बहते इन हवाओं में, अपनी भारत माँ के सम्मान में, अपने ति अब नए सफ़र पर निकल पड़ा मैं, बहते-बहते इन हवाओं में, अपनी भारत माँ के सम्मान में, ...