छोटी-छोटी बस्तियां स्थापित होती चली गई। इसी तरह मैं भी आगे बढ़ती रही। छोटी-छोटी बस्तियां स्थापित होती चली गई। इसी तरह मैं भी आगे बढ़ती रही।
यह दोनों बांध भले आज तकनीकी के मामले में बेजोड़ हों यह दोनों बांध भले आज तकनीकी के मामले में बेजोड़ हों
कांपते ओठों से कुछ शब्द निकले ’’मुझे आप लोगों से कोई शिकायत नहीं है।’’ कांपते ओठों से कुछ शब्द निकले ’’मुझे आप लोगों से कोई शिकायत नहीं है।’’
हम्म हमें भी वहीं जाना है वृंदा और सुधा एकसाथ बोली और खड़ी हो गयी हम्म हमें भी वहीं जाना है वृंदा और सुधा एकसाथ बोली और खड़ी हो गयी
यहां सभी कुछ व्यवस्थित तथा अनुशासन बद्ध दिखाई देता था यहां सभी कुछ व्यवस्थित तथा अनुशासन बद्ध दिखाई देता था