एक बेटी ही होती है जो अपने पिता के दिल के सबसे करीब होती है। एक बेटी ही होती है जो अपने पिता के दिल के सबसे करीब होती है।
लेखक : मिखाइल बुल्गाकव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : मिखाइल बुल्गाकव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
इसने भी तो उस ज़ख्म को ज़िंदगीभर भरने नहीं दिया था........ इसने भी तो उस ज़ख्म को ज़िंदगीभर भरने नहीं दिया था........
मेरे सामने मेहरबानी कर के इसका नाम मत लिया कर। गला और दिल दोनों के जख़्म हरे हो जाते हैं मेरे सामने मेहरबानी कर के इसका नाम मत लिया कर। गला और दिल दोनों के जख़्म हरे हो ज...
अगर प्रेम में एक दूसरे पर विश्वास न हो तो उसे प्रेम नहीं कहा जा सकता है। अगर प्रेम में एक दूसरे पर विश्वास न हो तो उसे प्रेम नहीं कहा जा सकता है।
उनकी आँखों पर तो समीर ने, जादुई पट्टी बांध रखी थी उनकी आँखों पर तो समीर ने, जादुई पट्टी बांध रखी थी