लेकिन शायद माँ कभी थकती नहीं... कभी नहीं "। लेकिन शायद माँ कभी थकती नहीं... कभी नहीं "।
चारों ओर ठहाके गूँजने लगे इस तसल्ली के साथ कि वृद्धावस्था में अकेले रहने की पीड़ा का समय रहते निदान ... चारों ओर ठहाके गूँजने लगे इस तसल्ली के साथ कि वृद्धावस्था में अकेले रहने की पीड़...
लेखक : सिर्गेइ नोसव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास। लेखक : सिर्गेइ नोसव अनुवाद : आ. चारुमति रामदास।
रोली का हर दर्द जैसे गायब हो गया था शिव के प्यार के आगे। रोली का हर दर्द जैसे गायब हो गया था शिव के प्यार के आगे।
साइकिल चलाने के लिए भी बड़ा हो गया है ना?" साइकिल चलाने के लिए भी बड़ा हो गया है ना?"
"मैं दो कप चाय के साथ कुछ खाने के लिए लेकर आता हूँ बड़ी भूख लगी है "मैं दो कप चाय के साथ कुछ खाने के लिए लेकर आता हूँ बड़ी भूख लगी है