यह वह दौर था जब, जब अपने पति और ससुराल से कुछ चीज़ माँगने में झिझक होती थी यह वह दौर था जब, जब अपने पति और ससुराल से कुछ चीज़ माँगने में झिझक होती थी
आधी जायदाद काकी के जेठ के नाम और आधी कस्तूरी काकी के नाम कर दी आधी जायदाद काकी के जेठ के नाम और आधी कस्तूरी काकी के नाम कर दी