अपनी कलावती की अंतिम ख्वाहिश पूरी करने के लिए ! अपनी कलावती की अंतिम ख्वाहिश पूरी करने के लिए !
प्रभा के निर्जीव हो चुके बदन की गर्दन एक ओर को झूल चुकी थी। प्रभा के निर्जीव हो चुके बदन की गर्दन एक ओर को झूल चुकी थी।
चलिए थोड़ा सा इस जिंदगी के साथ फिर से मुस्करा कर देखते हैं। चलिए थोड़ा सा इस जिंदगी के साथ फिर से मुस्करा कर देखते हैं।
ये डिग्री या पैसों का ना होना ? आप ही बताओ। ये डिग्री या पैसों का ना होना ? आप ही बताओ।
जिंदगी को अपना नजरिया पहनाते हैं आओ इस शहर का हाल सुनाते हैं ! जिंदगी को अपना नजरिया पहनाते हैं आओ इस शहर का हाल सुनाते हैं !
अरे नहीं तुम्हें तो पता है ना...गुलाब नहीं मुझे तो मोगरा पसंद है अरे नहीं तुम्हें तो पता है ना...गुलाब नहीं मुझे तो मोगरा पसंद है