काश कि यह सपना कभी खत्म नहीं होता। मगर ऐसा कहां होता है ? काश कि यह सपना कभी खत्म नहीं होता। मगर ऐसा कहां होता है ?
एक आम इंसान को फ़ौजी तभी याद आते हैं जब देश लड़ाई की स्थिति में हो एक आम इंसान को फ़ौजी तभी याद आते हैं जब देश लड़ाई की स्थिति में हो
मैं हमेशा अपनी बाहें फैलाए तुम्हारे स्वागत को तैयार हैं।" मैं हमेशा अपनी बाहें फैलाए तुम्हारे स्वागत को तैयार हैं।"
सोच इतनी अच्छी होगी तो वो दिन दूर नहीं जब बेटे-बेटी में कोई भेदभाव नहीं होगा। सोच इतनी अच्छी होगी तो वो दिन दूर नहीं जब बेटे-बेटी में कोई भेदभाव नहीं होगा।
वो तो अपनी माँ की गोद में शांति से लेटा है वो तो अपनी माँ की गोद में शांति से लेटा है
चलो निद्रा देवी की गोदी में सिर रखकर सोते हैं। चलो निद्रा देवी की गोदी में सिर रखकर सोते हैं।