खुद को ताज्जुब है कि मैं ऐसा कोई नहीं है कर नहीं सकती। खुद को ताज्जुब है कि मैं ऐसा कोई नहीं है कर नहीं सकती।
तू मुझे मौज में बहा ले जाता है,फिर यक व यक ही ग़मों के बोझ तले रौंद डालता है। तू मुझे मौज में बहा ले जाता है,फिर यक व यक ही ग़मों के बोझ तले रौंद डालता है।
क्यों तन्हाई से दो-चार हुए हम। बस एक ज़िद थी खुद से ही जीतने की। ना जाने क्यों खुद से ही हार गए हम। क्यों तन्हाई से दो-चार हुए हम। बस एक ज़िद थी खुद से ही जीतने की। ना जाने क्यों ...
सरिता अभी मां बनने वाली है इस वक़्त उसको जादा परेशान नहीं होनी चाहिए । सरिता अभी मां बनने वाली है इस वक़्त उसको जादा परेशान नहीं होनी चाहिए ।
सही मायने में चाय ही जीवन में रिश्तों का सार है। सही मायने में चाय ही जीवन में रिश्तों का सार है।
.निज माटी की सुगंध उन्हें खींच ही लाई, सोचकर उन्होंने संतोष की सांस ली। .निज माटी की सुगंध उन्हें खींच ही लाई, सोचकर उन्होंने संतोष की सांस ली।