"दस दस के दुइ होत हैं, पाँच पाँच के तीन। "दस दस के दुइ होत हैं, पाँच पाँच के तीन।
जब माँ-पिता जी को जब सब बताया फिर से उन्होंने छत पर नहीं सोने दिया और जो गलियां मिली स जब माँ-पिता जी को जब सब बताया फिर से उन्होंने छत पर नहीं सोने दिया और जो गलियां ...
अभी उसके बेटे के सपनों को पंख भी नहीं लग पाए थे कि उसके जीवन के दिन समाप्त हो गए। अभी उसके बेटे के सपनों को पंख भी नहीं लग पाए थे कि उसके जीवन के दिन समाप्त हो ...
फसल बेच कर भी एक पिता के हाथ आयी थी, तो बस "मजबूरी फसल बेच कर भी एक पिता के हाथ आयी थी, तो बस "मजबूरी
धमकाने से बचें। सहायक और जानवरों के प्रति दयालु बनें। तब केवल आपको भविष्य में तंग नहीं किया जाएगा और... धमकाने से बचें। सहायक और जानवरों के प्रति दयालु बनें। तब केवल आपको भविष्य में तं...
पुराने पत्ते गिर कर बिखर जाते हैं। नई कोपलें निकलती हैं। और खेत खलिहान हरे भरे सरसों के पीले फूलों स... पुराने पत्ते गिर कर बिखर जाते हैं। नई कोपलें निकलती हैं। और खेत खलिहान हरे भरे स...