आज दोनों हाथों में हाथ डाले.. चेहरे पर एक मधुर मुस्कान लिए.. दुनिया से बेखबर कॉफी हाउस से निकल पड़े.... आज दोनों हाथों में हाथ डाले.. चेहरे पर एक मधुर मुस्कान लिए.. दुनिया से बेखबर कॉफ...
अचानक मन में आया कि कहीं ये बीमार हुई और आवाज लगाई तो कैसे सुनेगा वो? अचानक मन में आया कि कहीं ये बीमार हुई और आवाज लगाई तो कैसे सुनेगा वो?
यही चाय चाय की रट लगा रही थी, कॉफी ही बेस्ट है यही चाय चाय की रट लगा रही थी, कॉफी ही बेस्ट है
अंकित ऐसे खुद से बात करते करते बिस्तर पर लेट गया...कुछ देर करवट बदली फिर सो गया अंकित ऐसे खुद से बात करते करते बिस्तर पर लेट गया...कुछ देर करवट बदली फिर सो गया
वो आपकी दोस्त थी ...उसे दोस्त बनाये रखिये, भुलाना क्यों?" वो आपकी दोस्त थी ...उसे दोस्त बनाये रखिये, भुलाना क्यों?"