वंदना शत शत बार जय हो बंसत आगमन। वंदना शत शत बार जय हो बंसत आगमन।
हाँ, आनंद अपनी खुशी के पास जा चुका था। हाँ, आनंद अपनी खुशी के पास जा चुका था।
ब्रिगेडियर साहब को अकेले कैसे स्वर्ग लोक जाने दे सकता था ब्रिगेडियर साहब को अकेले कैसे स्वर्ग लोक जाने दे सकता था
मिथिला के राजा जनक के राज्य में बरसों से वर्षा नहीं हो रही थी मिथिला के राजा जनक के राज्य में बरसों से वर्षा नहीं हो रही थी
दीपावली पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। दीपावली पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है।
ये सब तुम अभी अभिनय कर रही हो और दूसरे ही क्षण इनसे छूटते ही, पुनः हम पर प्रहार करोगी। ये सब तुम अभी अभिनय कर रही हो और दूसरे ही क्षण इनसे छूटते ही, पुनः हम पर प्रहार ...