खुले में आकर उसने आसमान को देखा, जैसे कह रही हो। एक दिन तुम्हारी ऊँचाई भी छोटी पड़ जाएगी। खुले में आकर उसने आसमान को देखा, जैसे कह रही हो। एक दिन तुम्हारी ऊँचाई भी छोटी प...
उसकी मां अपने पैरों के प्रहार से गिरा देती है। उसकी मां अपने पैरों के प्रहार से गिरा देती है।
हुए अपनी आँखें बंद कर, दाएँ हाथ की बंद मुट्ठी को झूले की ओर करके खड़े थे हुए अपनी आँखें बंद कर, दाएँ हाथ की बंद मुट्ठी को झूले की ओर करके खड़े थे
दूसरे दिन सियार हिम्मत दिखाते हुए शेर के पास गया दूसरे दिन सियार हिम्मत दिखाते हुए शेर के पास गया
ये सब तुम अभी अभिनय कर रही हो और दूसरे ही क्षण इनसे छूटते ही, पुनः हम पर प्रहार करोगी। ये सब तुम अभी अभिनय कर रही हो और दूसरे ही क्षण इनसे छूटते ही, पुनः हम पर प्रहार ...