नैना कुछ पलों तक उसकी ओर देखती रही। फिर उसके सीने से लग गई। नैना कुछ पलों तक उसकी ओर देखती रही। फिर उसके सीने से लग गई।
मैं सोच रही थी एक के लिए जिसका कोई मोल नहीं था। दूसरे के लिए वो अनमोल थी। मैं सोच रही थी एक के लिए जिसका कोई मोल नहीं था। दूसरे के लिए वो अनमोल थी।
मेरे हिस्से की धूप का उजलापन बस मेरे पास ही रहने दो। मेरे हिस्से की धूप का उजलापन बस मेरे पास ही रहने दो।
"सर आप जैसे निस्वार्थ समाजसेवी क्या इसी दुनिया में रहते हैं ?" "सर आप जैसे निस्वार्थ समाजसेवी क्या इसी दुनिया में रहते हैं ?"
आज मेरी बहू देश सेवा के लिए दहलीज पार कर रही है बहुत गर्व की बात है, हम सब के लिए। आज मेरी बहू देश सेवा के लिए दहलीज पार कर रही है बहुत गर्व की बात है, हम सब के लि...
यहाँ मेरी ज़िंदगी ही एक तमाशा बन कर रह गई है यहाँ मेरी ज़िंदगी ही एक तमाशा बन कर रह गई है