सच के हत्यारे , झूठों के सरदार या गिरगिट के तरह रंग बदलता तानाशाह! सच के हत्यारे , झूठों के सरदार या गिरगिट के तरह रंग बदलता तानाशाह!
ठीक वैसा ही लाल जैसे उसके पिता के सिर से निकले खून का। ठीक वैसा ही लाल जैसे उसके पिता के सिर से निकले खून का।
आज भी 'मि.कूल' का वो लोकव्यवहार मेरे मन मस्तिष्क पर अमिट छाप की भाँति विराजमान है। आज भी 'मि.कूल' का वो लोकव्यवहार मेरे मन मस्तिष्क पर अमिट छाप की भाँति विराजमान ह...
आइए समय का भरपूर सदुपयोग करें। आइए समय का भरपूर सदुपयोग करें।
तो आप कब दे रहे हैं, देशद्रोह में गिरफ्तारी ? तो आप कब दे रहे हैं, देशद्रोह में गिरफ्तारी ?
लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : धीराविट पी. नात्थागार्न अनुवाद : आ. चारुमति रामदास