ज़िन्दगी के हर इक पल मे निहितार्थ अपनी गतिविधियों को गतिशील करूँ। ज़िन्दगी के हर इक पल मे निहितार्थ अपनी गतिविधियों को गतिशील करूँ।
उसने बताया कि वह सेवँई और पापड़ भी बेचती है, उसी में से दो चार रुपये मुनाफा हो जाता है! उसने बताया कि वह सेवँई और पापड़ भी बेचती है, उसी में से दो चार रुपये मुनाफा हो ज...
पंकज और उसका बेटा दीप दादा से रुपए लेकर मोज शोख करते। पंकज और उसका बेटा दीप दादा से रुपए लेकर मोज शोख करते।
धुंधली चीज अकसर समझ में नहीं आती। अतः आगे का सफर फिर कभी…... धुंधली चीज अकसर समझ में नहीं आती। अतः आगे का सफर फिर कभी…...
मेरे साथ आप भी दुआ करे की "मंगरी" मैच जीत जाए। मेरे साथ आप भी दुआ करे की "मंगरी" मैच जीत जाए।
एक औरत बिना पुरुष के भी अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा-दीक्षा दे सकती है। एक औरत बिना पुरुष के भी अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा-दीक्षा दे सकती है।