ट्रेनिंग
ट्रेनिंग
एक बार शेर ने गधे को चैलेंज कर दिया कि अगर तुमने मुझ को हरा दिया तो तुम जंगल के राजा बन जाओगे. और तुम मुझे नहीं हरा पाए तो मैं तुमको मार दूंगा. शेर जानता था कि गधा कभी भी उससे नहीं जीत सकता. अब गधे की शामत आ गई. डर के मारे थरथर कांपने लगा. अब गधे को ना रात को नींद आती ना दिन को चैन मिलता. गधे के लिए एक तरफ खाई और दूसरी तरफ कुआं. मरता क्या न करता. गधों की बस्ती में रोना पीटना मचा हुआ था. जैसे जैसे अन्य जानवरों को यह खबर मिली, वह भी घबरा गए. सब सोचने लगे आज गधे की बारी है कल हम भी ऐसे ही मारे जा सकते हैं. यह खबर चालाक लोमड़ी के पास पहुंची तो उसने गधे को अपने पास बुलाया और कहा बेटा तुम बिल्कुल मत घबराओ. तुम मेरी बात को मानो मैं तुम्हें ट्रेनिंग दूंगी. शेर को छठी का दूध याद ना दिला दिया तो कहना. तुम कल सुबह मुझे कीचड़ भरे तालाब के पास मिलना. अगले दिन गधा सुबह सवेरे ही तालाब के पास पहुंच गया और लोमड़ी का इंतजार करने लगा. थोड़ी देर के इंतजार के बाद लोमड़ी वहां आ गई और उसने गधे से कहा जा बेटा तालाब के अंदर घुस जा और वहां पर खूब लुढ़कते रहना. गधे ने नाक पर कपड़ा लपेटा और तालाब में घुस गया. बहुत देर बाद लोमड़ी ने कहा अब बाहर निकलो और धूप में बैठ जाओ तब तक बैठे रहना जब तक पूरा सुख ना जाए. और फिर अगले कुछ दिनों तक रोज ऐसा ही होता रहा. गधा कीचड़ में जाता और फिर दिन भर उसको धूप में सुखाता. शेर के चैलेंज को पूरा करने वाले दिन जंगल के सारे जानवर एक मैदान म
ें इकट्ठे हो गए. गधा चुपचाप मैदान के बीचों बीच बैठा हुआ था शेर दहाड़ता हुआ आया और उसने चिल्ला कर गधे को कहा कि अरे चुप क्यों बैठा है चल खड़ा हो जा लडने के लिए. तब लोमड़ी ने शेर को कहा महाराज गधा आप से डर कर चुपचाप बैठा है आप ऐसा करें पहले 3 वार आप गधे पर करें उसके बाद गधा आप पर 3 वार करेगा. क्योंकि वह आप पर पहले तीन वार नहीं कर सकता है वह जानता है कि राजा पर वह हाथ नहीं उठा पाएगा. शेर को लोमड़ी की बात पसंद आई और वह दौड़ता हुआ आया और गधे पर झपटा. जैसे ही गधे पर झपट्टा मारा गधे पर जमा सारा सूखा कीचड़ उसकी नाक में और मुंह में घुस गया. शेर भिनभिनाता हुआ वापस लौटा. इसके बाद शेर ने गधे पर दो वार और किए लेकिन दोनों बार गधे पर चिपका हुआ सूखा कीचड़ शेर के मुंह नाक कान में भरता चला गया उसके हाथ भी भर गए. शेर के तीन बार खाली चले गए. अब गधे की बारी थी शेर चुपचाप मैदान में बैठ गया. उधर लोमड़ी ने कहा गधे बेटा चिंता मत करो जीत तुम्हारी है. पहला वार शेर के मुंह पर करो. गधे ने पूरी जान लगा कर अपनी लात चलाई तो शेर का जबड़ा टूट गया. दूसरे वार में गधे ने दुगनी ताकत के साथ जैसे ही दुलत्ती चलाई शेर की रीढ़ की हड्डी चरमरा उठी और तीसरी वार में गधे ने शेर को ढेर ही कर दिया. लोमड़ी की चालाकी और जबरदस्त ट्रेनिंग की वजह से गधे ने शेर के चैलेंज को ध्वस्त कर दिया. कोई भी जीत सकता है कोई भी हार सकता है यह तो वक्त वक्त की बात है किसको क्या मिला. गुरु और ट्रेनिंग जबरदस्त हो तो फिर बात ही क्या.