Vinita Rahurikar

Others

0.2  

Vinita Rahurikar

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स्पर्श

स्पर्श

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 रेडियो जॉकी ने रात्रि कालीन अंतिम सभा खत्म करते हुए उस दिन बहुत अजीब सा एक सवाल पूछा "क्या आज आपने अपने बच्चे से प्यार किया" और इतना कहकर उसने शुभरात्रि कहा और कार्यक्रम समाप्त कर दिया।


इरा ने उठकर रेडियो बंद किया और सोचने लगी यह क्या अजीब बात हुई, कौन होगा जो अपने बच्चों से प्यार नहीं करता। ईरा पलंग पर विशाल के पास बैठकर फिर से व्हाट्सएप और मैसेंजर पर अपने दोस्तों से चैट करने लगी। बगल में बैठा विशाल भी मोबाइल में आंख गड़ाकर वही कर रहा था। मगर आज दोनों की उंगलियां स्थिर थीं और मस्तिष्क में बार-बार रेडियो पर सुना वाक्य घूम रहा था। दोनों के ही मन में उथल पुथल मची थी। उनका पाँच वर्षीय बेटा ईशान अपने कमरे में सोने जा चुका था। ईशान के पास अपना कमरा, दिन भर नैनी की देखभाल, ढेर सारे महंगे खिलौने थे। वह शहर के एक अच्छे और महंगे स्कूल में पढ़ता है। प्यार करना और किसे कहते हैं?


दोनों एक बड़ी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं । ईशान को कभी किसी बात की कमी नहीं रही फिर भी आज मन बच्चे से प्यार करने की बात पर विचलित क्यों हो गया। क्या पैसे से खरीद कर दिए जाने वाले सुख सुविधाओं के सामान को ही वास्तव में प्यार कहते हैं?

 कब आखरी बार ईशान को गोद में लिया था, कब उसके माथे पर स्नेह अंकित किया था, कब उसे कहानी सुनाई थी, अपने हाथों से उसे खाना खिलाया था याद नहीं। विदेश की चकाचोंध, पैसा कमाने की होड़ और घर लौटने के बाद रिलैक्स करने के नाम पर आभासी दुनिया की धुंध में खो जाना यही दिनचर्या थी उनकी। वास्तव से अधिक आभासी से अपनत्व।याद आया दोनों को सुबह बच्चा कुछ कहना चाह रहा था पर दोनों को ही नौकरी पर जाने की जल्दी थी झिड़क दिया था बच्चे को अभी समय नहीं है।

 विशाल और इरा के मन भारी हो गए। दोनों उठकर ईशान के कमरे में गए। बच्चा एक बेजान टेडी से चिपक कर सो रहा था। पास ही पलंग पर एक कागज था। ईरा ने उठाकर देखा आड़ी तिरछी रेखाओं में ईशान ने एक चित्र बनाया था एक पलंग पर माता पिता के बीच सोया बच्चा। यही शायद सुबह वह उन्हें दिखाना चाह रहा था। विशाल ने ईशान को गोद में उठा लिया और अपने कमरे में पलंग पर सुला दिय ईरा ने उसके सिर पर हाथ फेरा। स्पर्श को पहचान कर बच्चा नींद में भी मुस्कुरा दिया। दोनों की आंख भर आईं। अब उन्हें जॉकी की बात का अर्थ समझ आया। स्पर्श किसी भी वस्तु से अधिक कीमती है, कितना सुख मिल रहा है उसके नाज़ुक स्पर्श में, उस रात बड़े सालों बाद दोनों को बड़ी गहरी नींद आई।




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