समय का महत्त्व
समय का महत्त्व
रामलाल नाम का एक व्यक्ति था। वह बहुत गरीब थे। रोजी मजदूरी करके जीवन यापन करता था । उसके दो बेटे थे ।दोनों बेटों को देखकर रामलाल बहुत खुश था । मेरा बेटा मेरे बुढ़ापे का सहारा है और दोनों को खूब पढ़ाना चाहता था। उसके बेटे का नाम छोटू और मोटू था । छोटू पढ़ने में होशियार मोटू कमजोर था ।
एक दिन रामलाल जंगल जा रहे थे तो रास्ते में उसे एक पंडित मिला पंडित को देखकर रामलाल रुक गए और पंडित जी को प्रणाम किया और अपने बेटों भविष्य के बारे में पूछने लगे पंडित जी ने बोले "आपके बेटे दोनों बहुत अच्छे हैं लेकिन मोटू समय के महत्व को नहीं समझते इसी कारण से वह पीछे हैं छोटू तो पढ़ने लिखने में बहुत होशियार है ।" रामलाल ने कहा "पंडित जी आप हमारे घर आइए ।"
" बेटा मैं आपके घर जरूर आऊंगा" ।
रामलाल घर आया आकर छोटू और मोटू को एक जगह बैठा कर बोला कि "बेटा समय क्या है ।" छोटू ने उत्तर दिया कि "समय एक चक्र है और समय के अनुसार हमें चलना चाहिए ।समय में अगर छूट गया तो जीवन फिसल गया ।" मोटू हंसने लगा हंसकर बोला "पिताजी समय घड़ी देखने हैं रामलाल ने कहा बेटा उस समय को घड़ी देखने के लिए है" रामलाल ने कहा हमें समय के अनुसार चलना चाहिए ।आप कितने बजे उठते हो ,कितने बजे स्कूल जाते हो , कितने बजे खाते हो । यह दिनचर्या होती है हमें कितने बजे उठना चाहिए। प्रभु भजन करना चाहिए!" उसकी बातों को ध्यान नहीं दिया । तीन दिन के बाद पंडित जी उसके घर आ गए । छोटू पंडित जी को प्रणाम किया और बोले "बेटा जा खुश रहो ।"
पंडित जी ने उसके घर के अंदर बैठा और बोला "बेटा तुम क्या करते हो ।" मोटू ने कहा मैं तो स्कूल जाता हूं ।कितने बजे 10 बजे । अच्छा बेटा प्रभु भजन कितने समय करना चाहिए ।सुबह उठकर करना चाहिए ।समय रहते खाना चाहिए ।समय पर काम करना चाहिए ।पंडित जी ने कहा जब इतनी सारी बातें को जानते हो फिर पीछे क्यों हो । समय ध्यान नहीं देते हो । समय के अनुसार चलना चाहिए । छोटू को देखो वह स्कूल में फर्स्ट आया है । समय का महत्त्व को समझ गया । समय के अनुसार अपना काम करो तभी आप आगे बढ़ सकते हो पंडित जी की बातों ने मोटू सबक सीखा दिया । कहा हां पंडित जी मुझे माफ कर दो । मैंने समय का पालन नहीं किया ।आपकी बातों ने मुझे छू लिया मैं आगे चलकर समय का बिल्कुल पालन करूंगा । उसी समय रामलाल आया और पंडित जी को प्रणाम किया पंडित जी ने बोला आपके दोनो बेटे बहुत अच्छे हैं और अपने जीवन में एक अच्छे इंसान बनकर आएंगे और नाम कमाएंगे ऐसा कहकर पंडित जी चला गया । छोटू और मोटू दोनों भाई समय के महत्व को समझा और एक अच्छे इंसान बन गए ।
इस कहानी से यही शिक्षा मिलती है कि हमें समय के महत्व को समझना चाहिए ।।
