RAJNI SHARMA

Children Stories

4.5  

RAJNI SHARMA

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सबकी समझ

सबकी समझ

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प्रथम पृष्ठभूमि.....................


प्रथम दिन -


कक्षा पंचम में हिंदी की कक्षा चल रही थी। दीपशिखा मैम ने अपने बच्चों को एक गृहकार्य दिया कि जब आप घर से विद्यालय आते हैं तो आपको रास्ते में आने वाले अपने दाईं ओर के दो स्थान व बाईं ओर के दो स्थानों के नाम लिखने हैं। कल सभी बच्चे अपनी सूची दिखाएंगे।


दूसरी पृष्ठभूमि........................


अगला दिन..........

सभी बच्चों ने अपनी-अपनी सूची जमा कराई।

दीपशिखा मैम ने सभी बच्चों को अंजली और रवि की सूची दिखाई।


अंजली की सूची -

दाईं ओर - 1. पैट्रोल पम्प

2. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया

बाईं ओर- 1. बंसल स्वीट की दुकान

2.सेंट मार्ग्रेट स्कूल


रवि की सूची -

दाईं ओर - 1. सेंट मार्ग्रेट स्कूल

2. बंसल स्वीट की दुकान

बाईं ओर - 1. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया

2. पैट्रोल पम्प

अंजली और रवि दोनों बहन-भाई हैं। दोनों एक ही घर में रहते हैं।

दोनों एक ही वैन से विद्यालय आते जाते हैं।


सवाल- दोनों बच्चों की सूची अलग होने के क्या-क्या कारण हो सकते हैं?

सोचो.............

समझो............

बताओ.............


तीसरी पृष्ठभूमि........................


निष्कर्ष -


कक्षा में बच्चों में बहस छिड़ गई ।

रोहन- "मुझे तो लगता है अंजली को दायां-बायां नहीं पता होगा।"

प्रीती - "नहीं -नहीं , मुझे तो लगता है कि रवि ने अपनी सूची स्कूल जाते हुए , फिर अगले दिन घर से स्कूल आते हुए बनाई होगी।"

ज्योति - "अरे ! मुझे पता चल गया। दोनों बहन-भाई वैन में आमने-सामने की सीट पर बैठे होंगे। "

दीपशिखा मैम - "शाबाश ! बच्चों आप सभी ने अपने-अपने विवेक से बहुत अच्छे कारण बताएं ।बच्चों दायां अर्थात सीधा और बायां अर्थात उल्टा दिशा के अनुसार भी बदल जाते हैं। अंजली और रवि दोनों की सूची सही है। दिशा के बदलाव के कारण ही दोनों बहन-भाई की सूची में अंतर है।"

दोनों बच्चों के लिए सभी बच्चों ने मिलकर तालियाँ बजाई। सभी बच्चे अब दाएं- बाएं को समझने लगे।

सब एक साथ मिलकर बोले - सोचो - समझो फिर बोलो। सभी की समझ का आदर करो।




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