परिवर्तन
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राजेश बहुत आलसी था, वह घर का कोई भी काम नहीं करता था।वह अपने खान पान के प्रति भी लापरवाह था, अक्सर बाहर का खाना खाता था, घर में भी तली चटपटी खाने की जिद करता था।ज्यादा वसायुक्त खाना खाने और कोई भी व्यायाम न करने के कारण उसका शरीर शिथिल होने लगा।उसकी वजन बढ़ते ही जा रही थी, वह मोटापे का शिकार हो गया।अब सब उसे चिढ़ाने लगे, जब भी कहीं जाता, उसे अपने मोटापे के बारे में ही सुनना पड़ता था।उसके दोस्त भी कहते कम खाया कर यार, ऐसे में कोई तुमसे दोस्ती नहीं करेगा और बीमारी का शिकार भी हो जाएगा।कोई कसरत योग या व्यायाम किया कर भाई। देखो हम लोग जिम जाकर कैसे फिट बॉडी बनाये हैं।
राजेश को बहुत बुरा लग रहा था, सोचने लगा मेरे दोस्त तो सही कह रहे थे, मुझे अपने खानपान पर ध्यान देने के साथ साथ व्यायाम भी करना होगा।
"माँ मेरे लिए आज से रोटी सब्जी ही बनाना अब मैं तेल वाली चीजें नहीं खाऊँगा।"
माँ यह सुनकर ख़ुश हो गई।अगले ही दिन से वह जिम जाना शुरू कर दिया। वह रोज पैदल चलता और व्यायाम करता।नियमित व्यायाम और सही खानपान से उसके शरीर का फैट कम होने लगा।वजन घटने के कारण उसका शरीर फिट होने लगा।अब वह आकर्षक युवा के रूप में सबके सामने था, सभी लोग उसकी मेहनत और धैर्य की खूब प्रशंसा किये।
