पड़ोसन
पड़ोसन
दीवार के उस पार से किसी हथौड़े से कील ठोकने की आवाज आ रही थी। जिससे लांबा परिवार को इस वक्त
काफी परेशानी हो रही थी। मिसेज लांबा ने अपने पति को उस पडोस में जाकर उन्हें ऐसी हरकत करने से रोकने के लिए कहा।पर वह यह भी जानती थी कि हो सकता है कि वह पड़ोसी न माने,आना तानी करने लगे। इसलिए उन्होंने ने भी खुद साथ आने की समझदारी दिखाई। मिस्टर और मिसेज लांबा अपनी पंद्रह साल की बेटी निधी के साथ उस पड़ोसी के दरवाजे के सामने आ खड़े हुए।इस घर मे एक औरत रहने आई थी, जो इस वक्त किल ठोककर पैंटीग टंगा रही थी। उसने अपने दरवाजे पर किसी की दस्तक सुनी। उसने दरवाजा खोला। मिस्टर लांबा ने थोड़े से तीखे लहजे में कहा:"हम आपके पड़ोस में रहते हैं। आपके इस हरकत से हमें बहुत परेशानी हो रही है। प्लीज आप..." मिस्टर लांबा अपनी बात पुरी करते,उस औरत ने माफी मांगते हुए कहा :"ओह सॉरी, मुझे किसी ने बताया नहीं था कि मेरे पड़ोस में कोई रह रहे हैं। अगर पता होता, तो सच में आप को परेशान नहीं करती। मुझे बहुत बुरा लगा।आय एम सॉरी।"उसके माफ़ी मांगने पर वह तीनों आगे कुछ भी नहीं बोल पाएं। मिस्टर लांबा ने "इट्स ओके" कह कर बात टाल दी।वह तीनों वहां से जाने ही वाले थे कि उस औरत ने उन्हें रोककर कहा "मेरा नाम नित्या है। क्या आप आज शाम को चाय पर आ सकते हैं?" मिसेज लांबा ने मना करते हुए कहा "नहीं , हमारे लिए थोड़ा मुश्किल है। क्योंकि हम तब बिज़ी होंगे।" नित्या ने अपनी बात को मनवाने के लिए कहा "अगर आप सब चाय पर आओगे, तो मैं समझूंगी की आपने मुझे माफ कर दिया। प्लीज टाइम निकाल कर आइयेगा।" अब वह दोनों मना नहीं कर पाएं।
उसी शाम नित्या ने चाय बनाई और साथ में तीन कप केक बनाएं।जिस में से एक कप केक पर उसने एक पुड़िया निकाल कर उसमें से कुछ चुटकी भर राख छिड़की। थोड़ी ही देर में वह तीनों वहां आए। नित्या ने उनका स्वागत किया। मिस्टर और मिसेज लांबा को चाय दी। निधि को मिल्क शेक दिया पर उसने मना कर दिया।वह सोफे पर बैठे अपने मोबाइल पर लगी हुई थी। जैसे ही नित्या ने कप केक की प्लेट सामने की, वैसे ही निधी ने झपटकर कप केक लेना चाहा। लेकिन नित्या ने वही कप केक निधि को थमाया,जिस पर उसने वह राख छिड़की थी। निधि ने बिना कुछ कहे वह कप केक पुरा खा लिया। मिस्टर और मिसेज लांबा नित्या से यहां कैनेडा में शिफ्ट होने के बारे में कह रहे थे। नित्या भी उन्हें कोई मनघड़ंत कहानी सुना रही थी।जिस पर वह दोनों यकीन भी कर रहे थे। लेकिन नित्या का ध्यान इस वक्त पुरी तरह से निधी पर था। निधि ने खाली प्लेट नीचे टेबल पर रखी। जिसे देख नित्या के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान आई।
तीनों ने अब नित्या से विदा लिया।मिस्टर और मिसेज लांबा आगे बढ़ चुकें थे। नित्या ने निधी को रोका। निधि रूककर पीछे मुड़कर नित्या के आंखों में देखते रही। नित्या ने बहुत ही धीमी आवाज में निधी को कुछ कहा। निधि ने बहुत ही ध्यान से सुना और हां में सर हिलाया। मिसेज लांबा ने पिछे मुडकर निधी को पुकारा। निधि ने जुठ कहा कि वह नित्या को कप केक के लिए 'थैंक्स' कह रही थी। निधि भी वहां से चली गई। अब नित्या को सिर्फ आज रात का इंतजार था।
टिक टिक टिक टिक। चार बटनों का पासवर्ड दबा कर निधि ने लोकर खोला, जो मिस्टर और मिसेज लांबा के कमरे के अलमारी में था। मिस्टर और मिसेज लांबा बहुत ही गहरी नींद सो रहे थे। निधि ने सारे कैश रकम एक बैग में भरें और लोकर बंद करके वह घर से बाहर निकल कर नित्या के घर आई। नित्या को निधी का ही इंतजार कर रही थी। नित्या ने निधी को अंदर आने के लिए कहा। नित्या ने बाहर नज़र घुमाई की किसी ने निधि को यहां आते हुए देखा तो नहीं। निधि ने वह पैसों का बैग नित्या को थमाया और सामने एक कुर्सी पर बैठी। वहां लेपटॉप पर उसने अपने ही माता पिता के बैंक खाते से सारे पैसे निकाल कर नित्या के नकली नाम वाले बैंक खाते में जमा कर दिए। नित्या ने निधी की तारीफ करते हुए कहा "तुमने एक ही दिन में अपने मम्मी पापा के बैंक डिटेलिंग पता कर ली।...आय एम इम्परैस। ..बस अब कल सुबह तक इस राख का असर खत्म हो जाएगा और तुम मुझे पुरी तरह से भूल जाओगी।... खासकर यह जो तुम अब कर रही हो, तुमने वह जो कप केक खाया...सब,सब भुल जाओगी।"
और ऐसा ही हुआ। नित्या ने अपना नाम बदलकर किसी ओर देश में अपना अगला शिकार ढुंढ निकाला।
नित्या ने अपने पड़ोसी के दरवाजा खटखटाया। जहां एक जोड़े ने दरवाजा खोला। नित्या ने मुस्कुराकर कहा " मेरा नाम जेनी है। मैं आपकी नयी पड़ोसन हुं। यह पाई मैंने खास आपके लिए बनाई है ।मुझे खुशी होगी अगर आप सब आज दोपहर को खाने पर मेरे घर पर आएं तो।" मिसेज बेकर ने मना करते हुए कहा " हम आपको अच्छी तरह से जानते भी नहीं। हमें नहीं लगता इतनी जल्दी एक दूसरे के घर आना जाना सही होगा।" जेनी ने मनाते हुए कहा "मैं जानती हूं, लेकिन ऐसे ही तो हम पड़ोसीयो के बीच अच्छा मेलजोल बढ़ेगा। .. मैं हमेशा अकेले रहती हूं, शायद इसीलिए ही कुछ ज्यादा उम्मीद कर बेठी।.. सॉरी।" मिसेज बेकर ने जैनी रोककर कहा"मिस जेनी, ठीक है हम तीनों आज दोपहर को खाने पर आते हैं। लेकिन कल आप को हमारे घर लंच पर आना होगा।" जेनी ने मुस्कुराते हुए हां कहा।
जेनी ने मुस्कुराते हुए बेकर परिवार का स्वागत किया। मिस्टर और मिसेज बेकर और उनका बारा साल का बेटा जैक इन सबने जेनी के साथ खाना खाया।इस बार जेनी ने वह राख जैक के ड्रींक में मिलाई। जिसे जैक ने पुरी पीकर खत्म कर ली।बेकर परिवार ने जेनी से विदा लिया। जेनी ने जैक को रोककर, उसकी आंखों में देखते हुए बहुत ही धीमी आवाज में कुछ कहा। जैक ने भी बहुत ध्यान से सुना और बिल्कुल वैसा ही किया जैसा निधि ने किया था।जैक ने अपने घर से कैश रकम, जेवर, अपने माता-पिता के बैंक खातों से रकम और अपनी मां के उंगली से अगुंठी तक चुराकर जेनी को सौंप दी। अगले दिन ही वह परिवार अचानक से कंगाल हो जाने के वजह से पुलिस तक तो पहुंचा, लेकिन पुलिस हर बार की तरह इस गूनहगार तक पहुंच नहीं पाईं।
क्योंकि वह औरत हमेशा से ही अपने शिकार के आखिरी क़दम तक वाकीफ रहती। बहुत से देशों की राज्यों में वह ऐसा परिवार ढुंढ निकालतीं, जिसमें कुछ कम उम्र के लोग रहते हो और वह परिवार अपने अनगिनत पैसे और काले धन को संभालते हो।वह हर बार अपने नये नाम से उस परिवार से ताल्लुक रखने की कोशिश करती। सिर्फ इसलिए कि वह परिवार उसके हाथ से कुछ खा- पी लें। उन में से जो कम उम्र का सदस्य होता उसे वह धोखे से चुटकी भर राख खिला देती। जिससे वह शख्स पुरी तरह से उसके वश में हो जाता। फिर वह औरत धीमी आवाज में कुछ कहती और आखिर में वह उसे आदेश देती।जिसके बाद वह शख्स अपने ही घर में चोरी करता और अपने माता-पिता के बैंक कि सारी जानकारी हासिल कर लेता।यह असंभव से भी असंभव काम उस राख के वशीकरण से संभव हो जाता। अगले ही दिन जब तक उस परिवार को अपने लुटे जाने का एहसास होता,तब तक वह औरत जा चुकी होती।
अब वह औरत अपने आखिरी शिकार के बारे में सोच रही है। ताकि उसके बाद वह अपनी बाकी की बचीं हुई जिंदगी ऐशो आराम से गुजार सकें।
वह इस वक्त एक नये शहर में हैं।वह एक गाड़ी में बैठ कर एक औरत का इंतजार कर रही थी। जैसे ही वह औरत अपने घर से बाहर निकली उसने गाड़ी से हल्की सी टक्कर उस औरत को मारी।वह बाहर निकल कर भागते हुए उस औरत के पास गई। "सॉरी मैम, मैंने आपको देखा नहीं। मैं रिहाना लोटस।... आपके पड़ोस में ही रहने आई हुं।" रिहाना ने उस औरत को उठाते हुए कहा ।उस औरत ने कहा" जानती हूं, कोई जानबूझकर तो ऐसे नहीं करेगा। समझती हूं आपको कहीं जाने कि जल्दी होगी।...बाय द वे,मेरा नाम सारा है, सारा डिसुजा।" रिहाना ने सारा का विश्वास जीतने के लिए कहा " सारा मैम, आपको ज्यादा चोट तो नहीं लगी? आइए, आप मेरे साथ मेरे घर चलिये।" सारा ने मना किया, लेकिन रिहाना अपनी बात मनवाकर ही मानी।
रिहाना सारा को अपने घर लेकर आई। वहां सारा के पति आए। रिहाना को यह तो पता था कि यह परिवार बहुत अमीर है,पर वह यह नहीं जानती थी कि इस परिवार मे कौन कौन लोग हैं।सारा का बेटा लेन वहां आया। वह सीधा अपने मां से हालचाल पूछ रहा था। रिहाना एक नजर में उसके प्यार में पड़ गई।लेन सांवला सा, लंबे ऊंचे कद़ का एक सामान्य सा लड़का था। लेकिन रिहाना के मन में पहली बार प्यार ने दस्तक दी थी। जिसे वह चाहकर भी नजर अंदाज नहीं कर पा रही थी।लेन की आंखों में इस वक्त अपनी मां के लिए परेशानी और रिहाना के लिए गुस्सा दिख रहा था। रिहाना ने बात को संभालते हुए कहा "क्या मैं डॉक्टर को बुला लूं?" लेन ने गुस्से से लाल होकर रिहाना से कहा " अगर तुम्हें गाड़ी चलाना नहीं आती तो चलाईं क्यों? जानती भी हो मेरी मॉम सिरियस इंजर्ड हो सकती थी।.. जितना करना चाहिए था तुम ने हमारे लिए कर लिया। अब हमसे दूर रहना।" लेन की इस धमकी के आगे रिहाना कुछ बोल नहीं सकी।वह बस इस वक्त लेन को किसी भी हाल में पाना चाहती थी।
लेकिन रिहाना अपनी जिंदगी में पहली बार ऐसा कुछ करने वाली थी।उसे यह डर भी लग रहा था कि कहीं यह वशीकरण असफल ना हो जाए। वह अब लेन पर नजर रखे हुए थी। उसने एक बात जानी की लेन हर सुबह सात बजे पानी का सिपर और कंधे पर बैग लेकर कहीं जाता है। शायद वह जिम या पार्क में जाता होगा। यही सोच कर रिहाना बिल्कुल वैसी ही सिपर बोतल लेकर सात बजे से पहले ही बाहर गेट पर आई।लेन को वहां आता देख रिहाना जानबूझकर लेन से टकराईं।लेन का ध्यान अपने मोबाइल पर था। इसलिए वह रिहाना को वहां आते हुए नहीं देख पाया और उससे टकरा गया। जिससे उसके हाथ से वह सिपर बोतल गिर गई। रिहाना ने वह बोतल उठाने के बहाने से अपने पास वाली सिपर बोतल बदल ली। दोनों दिखने में बिल्कुल एक जैसे ही थी, इसलिए लेन को ज़रा भी शक नहीं हुआ। उसने बिना रिहाना से कुछ कहें, गुस्से से वहां से चला गया।
अब दोपहर हो चुकी थी। रिहाना लेन का इंतजार कर रही थी। जैसे ही उसने लेन को वहां आते हुए देखा ,वह खुशी से पागल हो गई। रिहाना ने उस सिपर बोतल के पानी में वह राख मिलाई थी।उसे यह चिंता सता रही थी कि लेन ने वह पानी पुरा पिया होगा या नहीं। इसलिए उसने बिना कुछ पूछे लेन को धीमी आवाज में कुछ कहा और आखिर में उसने लेन से कहा " लेन, मुझसे शादी करो। मैं आज रात तुम्हारा चर्च में इंतजार करुंगी। जो शहर के बाहर खंडहर में हैं।" लेन ने हां में सर हिलाया और वहां से चला गया।
रिहाना रात के वक्त खंडहर पड़ चुके शहर में एक चर्च के सामने दुल्हन के जोड़े में लेन का इंतजार कर रही थी।वह मन ही मन यही सोच रही थी कि लेन ने वह राख से वशित हुआ पानी पूरा पी लिया होगा और जब वह लेन को आदेश दे रही थी तब वह पूरी तरह से उस के काबू में था। फिर उसके बाद यही हुआ।लेन वहां शादी के सुट में आया। रिहाना खुशी-खुशी लेन को चर्च में ले गई। जहां एक पादरी ने उनकी शादी रचाई। रिहाना आज बहुत खुश थी। आखिर उसे अपना सच्चा प्यार मिल ही गया था। दोनों ने अगुंठी या बदल कर एक दूसरे को पती पत्नी के रूप में स्वीकार किया।
अगली सुबह रिहाना एक खुबसूरत से गाउन में किसी नयी नवेली दुल्हन कि तरह लेन के लिए बेड टि लेकर आई। लेकिन लेन कि नींद जैसे ही खुलीं, उसने अपने आप को एक अंजान जगह पर पाया। एक अनजाना सा कमरा,जिसके किंग साइज बेड पर वह अभी नींद से जागा था। उसने हड़बड़ा कर अपने आसपास देखा। सामने से रिहाना उसकी तरफ चाय कि ट्रे लेकर आई। उसने गुस्से से झल्लाकर कहा " मैं यहां कैसे? क्या किया तुमने मेरे साथ? मुझे कुछ याद क्यों नहीं? मेरे मॉम डैड कहा है?" रिहाना ने उसे समझाया। " रिलैक्स, तुम अपने ही घर में हों। मैं तुम्हारी वाइफ हुं।" लेन ने फिर हैरान होकर पूछा "वाइफ? और वह भी तुम? मैं सतरा साल का हूं और तुम सत्ताईस।..यह गैरकानूनी है।" रिहाना ने फिर से प्यार से कहा "हां लेकिन इस देश में नहीं।" लेन इस वक्त कुछ भी समझ नहीं पा रहा था। उसने अपनी शर्ट पहनते हुए घर से बाहर निकलना चाहा। लेकिन जैसे ही उसने दरवाजा खोला, उसने देखा कि वहां वही एकमात्र घर था।उस घर के आगे घने खेत और जहां तक नजर जाती वहां तक घने जंगल और पहाड़ थे। रिहाना लेन के पीछे ही खड़ी थी।लेन पिछे मुड़ा और उसने कस कर रिहाना का गला घोंटते हुए उसे धकेल कर दीवार से टेका या।लेन पुरी तरह से अपने होश खो बैठा था।वह अपने आपे से बाहर हो रहा था।मानो वह इसी वक्त रिहाना की जान ले लेगा। रिहाना बार बार उससे मिन्नतें कर रही थी। लेकिन लेन सुनने वाला नहीं था। रिहाना ने पुरी जी जान लगाकर लेन का हाथ हटाया और उसकी कलाई मरोड़ कर उसने उसे धमकाकर कहा "वशीकरण किया है मैंने तुम्हारे उपर।..यह बात याद रखना , अगर मैं तुम्हें काबू में करके तुम्हें मुझसे शादी करने के लिए कह सकती हूं ,तो तुम्हें फिर से काबू में करके तुम्हें अपनी जान देने और किसी की भी जान लेने के लिए मजबूर भी कर सकती हूं।" उसने उसकी कलाई छोड़ी। रिहाना इस वक्त आग-बबूला हो गई थी। उसने लेन के शर्ट का कोलर पकड़ा और उसे खींचकर घर के बेसमेंट में ले गई। जहां एक बहुत ही बड़ा लोकर था।जिसका '6677' पासवर्ड खोला।लेन ने देखा,उस लोकर में अरबों कि संपत्ति है। रिहाना ने कहा "यह देख रहे हो? मैंने अपनी पूरी जिंदगी बस यही किया है। लोगों को वश में कर के उनके जायदाद को लुटना। पता है कितने पाउंड्स है यह? तुम्हारी अगले पांच पुश्तें खर्च कर के थक जायेंगे फिर भी यह खत्म नहीं होंगी।.. लेकिन जब से मैंने तुम्हें देखा, मैं तुम्हारे प्यार में पागल हो चुकी हूं।सब कुछ तुम पर वारना चाहती हुं, सबकुछ।.. मैं चाहती, तो तुम्हें पूरी जिंदगी वह राख खिला कर तुम्हें अपने वश में ही रखती।, कभी होश में नहीं आने देती।..पर मैंने ऐसा नहीं किया। क्योंकि मैं तुम से प्यार करती हूं। मैं तुम्हें हासिल करना नहीं चाहती।बस, तुम से प्यार करते रहना चाहती हुं। तुम मुझे चाहे तो जान से मार डालो, लेकिन तब तक प्लीज, मेरे साथ, मेरे पास रहना।" रिहाना के आंखों में सिर्फ आंसू नहीं, बल्कि सच्चाई भी नजर आ रही थी।
लेन ने रिहाना से की बार छुपकर भागने की कोशिश की, लेकिन वह कभी कामयाब नही हो पाया। जैसे ही रिहाना गहरी नींद सो जाती,लेन उठकर घर से बाहर निकल कर घने अंधेरे में भागते रहता। लेकिन फिर अचानक से उसके मन में रिहाना के लिए आकर्षण जाग उठता और उसके पांव अपने आप घर के तरफ बढ़ते।लेन मन ही मन यह सोचता कि, "आखिर क्यों, मैं न चाहते हुए भी इसके करीब आना चाहता हूं? क्यों मैं अपने मन को इससे लगाव करने से रोक नहीं पाता हूं? क्यों मैं इसे छूना चाहता हूं,छूते रहना चाहता हूं?"उसके बाद लेन अपने आप को पूरी तरह से रिहाना को सौंप देता है।
एक शाम, खाना खाते समय लेन ने पूछा "क्या मैं ट्रीप पर जा सकता हूं?" रिहाना ने कहा "हां बिल्कुल।बोलो न, कहां चले हम दोनों?" लेन ने हिचकिचाते हुए कहा "मैं अपने फ्रेंड्स के साथ जाना चाहता हूं।" रिहाना ने मुस्कुराते हुए कहा "तुम्हारी फ्रेंड, बेस्ट फ्रेंड,कोमन फ्रेंड, कैजुअल फ्रेंड, गर्लफ्रेंड, बोयफ्रेंड..सब सिर्फ मैं ही हूं।" लेन ने थोड़ी हिम्मत जुटा कर कहा "मैं अपने फैमिली से मिलना चाहता हूं।" इस बात पर रिहाना ने अपना गुस्सा छुपाते हुए कहा "मैं तुम्हारी मां हूं, तुम्हारा पिता हुं, तुम्हारा भाई हुं, तुम्हारी बहन हूं और तुम्हारी पत्नी हूं। ओवर ओल, तुम्हें मेरे होते हुए किसी की भी जरुरत नहीं। समझ गये?" लेन समझ गया कि चाहे जो भी हो, रिहाना उसे अपने आप से दूर होने नहीं देंगी। लेकिन एक दिन रिहाना लेन के पास आई। उसने कहा"तुम्हारी मां को कैंसर हुआ है। लास्ट स्टेज है।..वह तुमसे मिलना चाहती है।" लेन ने हैरानी से पूछा"तुम्हें पता था और तुम मुझे अब बता रही हो?" रिहाना ने वहां से उठकर जाते हुए कहा "जाएंगे तो हम दोनों साथ ही जाएंगे, वरना नहीं।.. तुम अपनी पत्नी को उसकी सास से नहीं मिलवाओगे?"
लेन और रिहाना इस वक्त हॉस्पिटल रूम में सारा और उनके पति जॉन के सामने आएं।लेन को देख कर सारा ने रोते हुए उसे गले लगा कर कहा "लेन, मेरे बेटे... अचानक से कहां गायब हो गये थे तुम? पता है, कितना ढुंढा हमने तुम्हें।" रिहाना पीछे खड़ी हुई दोनों को देख रही थी।लेन ने सारा और जॉन को रिहाना से मिलवाया।"मॉम, डैड..यह रिहाना है।.. मेरी वाइफ।" सारा और जॉन एकदम से दंग रह गए। उनके लिए इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा था।
लेन और जॉन आपस में अकेले में बात कर रहे थे। जॉन ने कहा "वह औरत इतनी खतरनाक है, कि वशीकरण करके लोगों को लुटतीं है और तुम से शादी भी धोखे से की।.. तुम उसके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज क्यों नहीं करते?" लेन ने कहा "आपको क्या लगता है डैड, मैंने कोशिश नहीं की? मैंने उसे तलाक देना चाहा, लेकिन जब भी उसके खिलाफ कुछ भी करने लगता हूं, खुद अपने आप को रोक देता हुं। पता नहीं, ऐसी कौन-सी अंजान शक्ति है जो मुझे उससे दूर भी होने नहीं देती।" जॉन ने हताश होकर कहा "तब तो तुम्हें सिर्फ उसपर नजर रखते रहना चाहिए। पता नहीं उसकी कोनसी कमजोरी तुम्हारे हाथ लग जाए?"
लेन और रिहाना वापस अपने घर लौट आए।एक रात लेन की नींद खुली। उसने देखा कि रिहाना बहुत ही सावधानी बरतें कमरे से बाहर जा रही है।लेन ने भी बहुत ध्यान से रिहाना का पीछा किया। रिहाना उस जंगल में जा रही थी।लेन मन ही मन में सोच रहा था कि इतने देर रात के रिहाना इस जंगल में क्या कर रही है। उसने देखा, रिहाना एक कुएं के पास खड़ी हुई और उसने अपने शरीर पर किसी काले रंग के कपड़े को ओढ़ा।उस कुएं से आग कि लपटें उठीं।उस आग के धुंए से किसी आदमी की परछाई हवा में बन रही थी। लेन वही रुक गया। रिहाना ने पीछे मुड़कर लेन को देखा। रिहाना के आंखों में आंसू थे।वह मुस्करा कर आग से जलते कुएं में कूद गयी।लेन को अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था।वह रोते हुए, रिहाना का नाम पुकारते हुए उस कुएं की तरफ बढ़ा। लेकिन तब तक वह कुआं उस जमीन से पूरी तरह से मिल चुका था।
वहां न तो कोई कुआं था और न ही रिहाना कि कोई निशानी।
पुरी दुनिया भर की हेडलाइन यही थी, कि जिन लोगों के बैंक खातों से रहस्यमय तरीके से पैसे गायब हुए,उन सभी को पैसे वापस लौट चुके थे। जॉन ने लेन की तारीफ करते हुए गर्व से कहा "मुझे खुशी है कि तुम्हारे मन में इतने सारे पैसे देखकर कोई लालच नहीं आया। तुम ने इन सबके पैसे लौटा कर बहुत अच्छा किया बेटा।" लेन की आंखों में आंसू थे। लेन ने कहा "पता नहीं पर... मैं रिहाना का इस तरह से दूर जाना बर्दाश्त नहीं कर पा रहा हूं। उसने मेरे आंखों के सामने जान दे दी डैड।...जब मैं घर वापस लौटा,तब मैंने एक प्रेगनेंसी टेस्ट किट देखा।वह उस वक्त प्रेंग्नेंट थी डैड।...वह अकेले नहीं मरी, मेरे बच्चे को भी साथ ले गयी। मुझे बहुत बुरा लग रहा है।" लेन जॉन से गले मिल कर रोने लगा। लेन ने कहा "डैड, मैं यहां नहीं रहना चाहता।" जॉन ने लेन से कहा "रशिया में मेरा एक दोस्त है, मैं उससे बात करके तुम्हें वहां रहने का इंतजाम करवाता हूं।"
लेन रशिया में अपने पिता के दोस्त के घर पर रुका हुआ था। कुछ हफ्ते शांतिपूर्ण तरीके से बिताने के बाद लेन अपने कमरे में अकेले बैठे टीवी देख रहा था।वह चैनल बदल रहा था कि तभी रिहाना उसे टीवी पर दिखी। लेन के लिए यह कोई सपने से कम नहीं था। उसे यकीन नहीं हो रहा था कि रिहाना, जिसने उसकी आंखों के सामने खुदकुशी कि थी,वह किसी ओर देश में अभिनेत्री की जिंदगी जी रही है। उस चैनल पर उस फिल्म का नाम दिख रहा था । लेन ने तुरंत अपने मोबाइल पर सर्च किया। उस फिल्म में रिहाना ने भी काम किया हुआ था। लेकिन उसका असली नाम नतालिया मोनिका था। लेन के लिए यह समझ पाना बहुत मुश्किल होता जा रहा था कि रिहाना और नतालिया एक ही शख्स है या दो? उसने नतालिया मोनिका की ओर ज्यादा जानकारी हासिल की। कुछ ही दिनों बाद एक इवेंट में उसे खास मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया गया था।
लेन उस इवेंट में पहुंचा। नतालिया के फैन उसके आने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। नतालिया एक आलीशान गाड़ी में बैठ कर वहां आई। जैसे ही वह नीचे उतरी उस जमावड़े ने उसके तरफ आने कि कोशिश कि। कोई फोटो खींच रहा था, तो कोई नतालिया का नाम पुकार रहा था।लेन बार बार रिहाना नाम से नतालिया को पुकार रहा था। जिससे नतालिया का ध्यान उसकी तरफ गया। नतालिया लेन के पास आई। उसने कहा "मुझे याद नहीं कि मैंने किस फिल्म में रिहाना का किरदार निभाया था। लेकिन तुम्हें यह मानना जरूरी है कि मैं असल जिंदगी में नतालिया हुं, रिहाना तो सिर्फ एक किरदार होगा।" लेन ने चिढ़कर कहा"क्यों अंजान बनने का नाटक कर रही हो? तुम रिहाना ही हो, जिसने धोखे से शादी की थी मुझसे।" यह सुनकर नतालिया जोर जोर से हंसने लगी।"तुम भी न, बच्चे।.. मैं तुमसे शादी करुंगी?सो क्यूट।" नतालिया वहां से चली गई।
नतालिया अपने घर में उसी लड़के के बारे में सोच रही थी।भला कोई उसे इतने यकीन के साथ ऐसी बात क्यों कहेगा?वह जानती थी कि इस नाम का कोई भी किरदार उसने अपनी जिंदगी में नहीं निभाया था और न ही वह ऐसी नाम वाली किसी लड़की को जानती थी। नतालिया ने अपने आप को यह कहकर बहलाया, की वह कोई पागल फैन होगा।वह उठकर अपने कमरे के तरफ बढ़ी, की तभी उसने बाहर देखा। लेन इस वक्त तेज़ बारिश में नतालिया के घर के बाहर खड़ा है।उसे यह बहुत अजीब लगा और उसने बाहर कुछ गार्ड्स भेजकर उसे वहां से जाने के लिए कहा। लेकिन लेन ने उन गार्ड्स को नतालिया से मिलने की मिन्नतें की।जिसके बाद नतालिया को लेन को घर के अंदर आने के लिए बुलाना पड़ा।
नतालिया ने कहा "अगर मिडिया को तुम्हारे इस बेवकूफी के बारे में पता चलता तो मुझे चार बातें सुननी पड़ती। वैसे तुम यहां तक आए कैसे? वह सब छोड़ो अब यह बताओं, यहां क्यों आए हो?"लेन ने कहा "रिहाना, तुम जिसने अब तक इतने लोगों को राख से वशित करके लुटा है,.. तुम तुम मुझे भुल गई? तुमने ही तो कहा था कि तुमने मेरे लिए ही यह सब छोड़ दिया। उसके बाद तुमने सुसाइड का नाटक क्यों किया? क्यों कर रही हो यह सब?" नतालिया को लेन की बात सुनके बहुत ही ज्यादा अजीब लगा। उसने वहां से उठकर जाते हुए कहा "तुम यहीं वेट करो, मैं दो मिनट में आती हुं।" नतालिया अपने कमरे में चली गई। उसने अपने कमरे के दीवार पर टंगे पैंटींग उतार कर नीचे रखी और उस पैटिंग के पीछे का लोकर खोला। उसके अंदर एक बहुत ही पुराना टेलिफोन था। जिसपर 6677 नंबर डायल करके उसने किसी से बात की। नतालिया ने कहा "क्या रिहाना नाम की कोई औरत थी हमारी सोसायटी में? जिसने अभी अभी अपनी जान दी।" दुसरी तरफ से आवाज आई "क्यों पूछ रही हो?" नतालिया ने जवाब दिया।"कोई लड़का है जो यह जानता है, कि हम राख से किसी को वश में कर सकते हैं।उसी ने रिहाना के बारे में पूछा।" दुसरी तरफ से फिर से वही आवाज आई।" वह जो कोई भी है, उसे मार डालो।वह हमारे बारे में बहुत कुछ जान चुका है। लेकिन आज नहीं,तेरा तारीख को उसकी बलि चढ़ा देना।" नतालिया ने फोन रखा और वह बाहर गयी। उसने लेन से पूछा।"क्या तुम ने यह बात किसी को बताईं?कि तुम्हारी रिहाना राख से वशीकरण करती थी और आखिर में उसने उस आग के कूंए में कुदकर जान दे दी?" लेन ने बहुत ही शांत होकर कहा "मैंने किसी आग के कुएं का जिक्र किया ही नहीं।"नतालिया एकदम से चुप हो गई। उसके चेहरे पर पकड़े जाने की परेशानी साफ़ दिखाई दे रही थी।लेन ने बात को संभालते हुए कहा "वैसे कहानी अच्छी है।" नतालिया चौंक गई। लेन ने कहा "मैं तो बस एक मामुली सा रायटर हूं। जबसे आपको देखा, आपको ही अपनी स्क्रिप्ट सूनाना चाहा। क्योंकि एक आप ही हो जो इस रोल के लिए परफेक्ट हो।" नतालिया ने कहा "लेकिन तुम चाहते तो किसी डायरेक्टर से मिल सकते थे।" "क्या यह इतना आसान होता?" लेन के इस सवाल पर नतालिया चुप हो गई। नतालिया चाहती थी कि तेरा तारीख तक लेन उसके सामने रहें। इसलिए उसने कहा"ठीक है, तूम कल सुबह मेरे सेट पर आजाना। मैं तुम्हें डायरेक्टर से मिलवा दुंगी।" लेन मुस्कुराते हुए वहां से चला गया।
अगले दिन सेट पर लेन ने वही राख धोखे से नतालिया के खाने में मिलाई। नतालिया खाना खाने के बाद लेन के पास आई। लेन ने धिमी आवाज में कुछ कहा और उसके बाद नतालिया को उससे शादी करने के लिए कहा। नतालिया ने हां कहा और उसी रात वह शादी के जोड़े में लेन के बताए हुए पते पर आई। लेन उसे अपने साथ सामने चर्च में ले गया। जहां एक पादरी ने उनकी शादी रचाई। दोनों ने एक दूसरे से अंगुठीं बदल कर एक दूसरे पती पत्नी के रूप में स्वीकार किया। लेन के चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान आई।
