मोनू और पौधा
मोनू और पौधा
"माली काका ने कहा है कि जब हम पौधों का ध्यान रखते हैं तब फिर कहीं जाकर ये पौधें वृक्ष बनते हैं ।हमें फिर वे फल-फूल ,छाँव ,ऑक्सीजन व स्वस्थ वातावरण भी देते हैं ।जहाँ पेड़- पौधे होते हैं, वहाँ बारिश भी होती है और पंछी अपना घर बनाते हैं।"मोनू ने माली काका की बातों को मन में ही ध्यान किया।
मोनू नित्य बगीचे आता था और पेड़- पौधों को पानी देकर सींचता । मोनू का एक वो समय था और एक आज का समय है ।जब मोनू तो ऑफिस होता है ,मगर उसके बच्चें ,अपनी पूसी के साथ वहीं बगीचे में पेड़-पौधों के बीच अपना समय बिताना पसंद करते हैं ।वह वृक्ष भी उन्हें छाँव देता है ,अपनी शरण देता है और फल-फूल से दोनों कोमल हथेलियों को भर भी देता है।
