मेरी यात्रा 10
मेरी यात्रा 10
होटल मे वापिस आकर हमें भूख लग गई।तो हम खाना खाने के लिए बाहर आये तो देखा एक गुरूद्वारा में लंगर चल रहा है तो हम सब वहां चले गए।
गुरूद्वारा के लंगर में बहुत अच्छा खाना था। वहां के जैसा हलवा मैंने आज तक कहीं नहीं खाााय।लंगर से आने के बाद हम अपने कमरे में आ गए और सो गए।
सुबह उठकर हम सभी पुष्कर घाट पर नहाने गए।घाट बहुत बड़ा था और पानी बहुत ठंडा।पानी में बहुत सारी मछलियां भी थी। पहले तो बहुत डर लगा परंतु बाद में हम बहुत मस्ती की।बहुत देर उसमें तैरे। स्नान करके हम होटल में आ गए और गीीीले कपड़े बदले। और अपना सामना लेेकर बस में रख दिया और सभी बस में आ गए और पुष्कर से बस रवाना हो गई।
