जिस चीज़
जिस चीज़
जिस चीज़ का उसे घमंड हों, उस ही चीज़ को आप उनसे ज्यादा पाकर उनका घमंड पल भर मे तोड़ सकते है- जैसे कि जैसे को तैसा
अगर आप उससे आगे कुछ हासिल करना चाहते है , जिससे वो ख़ुद अपने आपको आपसे छोटा समझने की चाह रखता हों।
अपने विचारों से भी आप उसका घमंड तोड़ सकते है, आपको अपने उस स्तर पर आपको ले जाना होगा, वहां जहां पर आपको ये छोटी दो बातें प्रभावित ना करती हों।
"घमंड" भाव का परित्याग करना ही आपके जीवन को आपसे अनमोल बनाता है। जिस चीज़ का उसे घमंड हों, उस ही चीज़ को आप उनसे ज्यादा पाकर उनका घमंड पल भर में तोड़ सकते है- जैसे कि जैसे को तैसा।
अगर आप उससे आगे कुछ हासिल करना चाहते है, जिससे वो ख़ुद अपने आपको आपसे छोटा समझने की चाह रखता हों।
अपने विचारों से भी आप उसका घमंड तोड़ सकते है, आपको अपने उस स्तर पर आपको ले जाना होगा, वहां जहां पर आपको ये छोटी दो बातें प्रभावित ना करती हों।
"घमंड" भाव का परित्याग करना ही आपको आपके जीवन को अमूल्य बनाता है, इसका नहीं कोई तुल्य है, यह जीवन में आपके अमूल्य है।
